अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने उत्तर प्रदेश स्टेट इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम को अगले एकेडमिक सेशन 2021-22 से खत्म करने का फैसला लिया है. इसके स्थान पर अब कैंडिडेट्स को जेईई मेन परीक्षा के स्कोर के बेसिस पर उत्तर प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजेस में एडमिशन दिया जाएगा.
जैसा कि आप जानते ही हैं ऐकेटीयू के अंतर्गत आने वाले उत्तर प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजेस में अभी तक यूपीएसईई परीक्षा के माध्यम से कैंडिडेट्स का चयन होता था. यह एक स्टेट लेवल एग्जाम है जिसमें हर साल बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स भाग लेते हैं.
इसके माध्यम से स्टेट के 750 विभिन्न कॉलेजेस में करीब 1.40 लाख सीट्स पर कैंडिडेट्स का सेलेक्शन होता है. हालांकि अब ऐकेटीयू ने इस परीक्षा को खत्म करने का फैसला लिया है. इसकी जगह स्टूडेंट्स को नेशनल लेवल की परीक्षा ज्वॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) मेन देनी होगी.
यह निर्णय अगले एकेडमिक सेशन यानी 2021-22 से लागू होगा. इस साल के एडमिशंस पर इससे कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. वह पिछले साल की ही तरह होंगे.
इस एप्लीकेशन से करें प्रैक्टिस –
स्टूडेंट्स जेईई मेन परीक्षा की प्रैक्टिस करने के लिए गूगल प्ले स्टोर पर जाकर नेशनल टेस्ट अभ्यास एप्लीकेशन डाउनलोड कर सकते हैं. यहां उन्हें जेईई मेन परीक्षा के पेपर मिल जाएंगे, जिन्हें देखकर वे अंदाजा लगा सकते हैं कि इस परीक्षा का पैटर्न क्या होता है और यह यूपीएसईई परीक्षा से किन मायनों में भिन्न है.
जाहिराना तौर पर यूपीएसईई एक स्टेट लेवल की परीक्षा है और जेईई नेशनल लेवल की तो इनके स्टैंडर्ड में काफी फर्क होगा लेकिन इस फर्क को समझने के लिए जेईई के पेपर देखना ठीक रहेगा. इस फैसले से स्टूडेंट्स का कांपटीशन भी बढ़ गया और परीक्षा का स्तर भी.
अब यूपी के इंजीनियरिंग कॉलेजेस में एडमिशन पाना आसान नहीं होगा. हालांकि इस बारे में यूनिवर्सिटी ने यह भी कहा है कि स्टूडेंट्स को जेईई के पेपर पैटर्न से परीचित कराने के लिए कुछ मान्यता प्राप्त सेकेंडरी स्कूलों में जेईई की फ्री कोचिंग उपलब्ध करायी जाएगी.
जेईई परीक्षा साल में दो बार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए द्वारा कंडक्ट करायी जाती है. इसके माध्यम से कैंडिडेट्स को देश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेजेस में एडमिशन मिलता है.