
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कृष्ण ने सोमवार को पदभार संभालने के बाद पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की। डीजीपी ने अपने संबोधन में प्रदेश की कानून व्यवस्था को और सुदृढ़ करने, अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने और महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे उत्तर प्रदेश पुलिस को उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
“मुझ पर जताए गए विश्वास को जिम्मेदारी की तरह निभाऊंगा” – डीजीपी राजीव कृष्ण
डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा,
“विश्व के सबसे बड़े पुलिस बल का नेतृत्व प्रदान करते हुए मुझ पर जो विश्वास जताया गया है, वह मेरे लिए सम्मान के साथ-साथ एक गंभीर जिम्मेदारी है। मैं उत्तर प्रदेश पुलिस को उत्कृष्टता की अभूतपूर्व ऊंचाइयों की ओर ले जाने के लिए पूर्ण रूप से समर्पित हूं।”
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि पिछले आठ वर्षों में पुलिसिंग की दिशा स्पष्ट और रणनीतिक रूप से मजबूत रही है। “अब यह अभियान और अधिक ऊर्जा, अनुशासन और तकनीकी सशक्तिकरण के साथ जारी रहेगा।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें:
🔹 अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
“हम अपराध और अपराधियों के खिलाफ अडिग रुख अपनाएंगे। संगठित अपराध के खिलाफ निर्णायक और कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
🔹 महिलाओं का सशक्तिकरण और सुरक्षा
“महिलाओं के विरुद्ध अपराधों की रोकथाम और समाधान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रहेगा। हमारी पहल महिलाओं को सशक्त बनाने और सुरक्षा का भरोसा दिलाने पर केंद्रित होगी।”
🔹 जन शिकायतों का संवेदनशील निपटारा
“हर शिकायत को संवेदनशीलता और सहानुभूति के साथ सुना जाएगा। जन शिकायत निवारण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी और उसका शीघ्र समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।”
🔹 कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सख्ती
“प्रदेश में कानून और व्यवस्था बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कानून का राज हर कीमत पर सुनिश्चित किया जाएगा।”
🔹 साइबर अपराध के विरुद्ध सख्त कदम
“कोविड काल के बाद साइबर अपराधों में वृद्धि हुई है। इसे रोकने के लिए तकनीकी ढांचे को मजबूत किया गया है। आने वाले समय में अत्याधुनिक तकनीकों की सहायता से साइबर अपराधों पर और अधिक सख्ती की जाएगी।”
आतंकी तुफैल की गिरफ्तारी पर डीजीपी का बयान:
डीजीपी राजीव कृष्ण ने हाल ही में गिरफ्तार आतंकी तुफैल और उसके साथियों को लेकर कहा कि —
“2007 में एटीएस की स्थापना देश विरोधी गतिविधियों की रोकथाम के लिए की गई थी। इंडियन मुजाहिदीन जैसे संगठनों द्वारा देश में ब्लास्ट और दहशत फैलाने की कोशिश की गई थी। वर्षों की सतर्कता और कार्यवाही के बाद अब इस नेटवर्क को जड़ से समाप्त कर दिया गया है। यह एक बड़ी उपलब्धि है।”
डीजीपी ने अंत में कहा,
“पुलिस का सबसे बड़ा कार्य नागरिकों को पूर्ण सुरक्षा देना है। हम इसी दिशा में पूरे मनोयोग से काम करेंगे।”