जिले में बाढ़ के पानी से कई इलाकों में जन जीवन अस्त व्यस्त है। ऐसे में शाहाबाद इलाके में एक दूल्हे के हौंसले को बाढ़ का पानी डिगा न सका।अपनी बारात लेकर दूल्हा कई किलोमीटर पैदल घुटने भर पानी में चला और नाव पर दुल्हन को विदा कराकर ले गया। हालांकि नाव के लिए दूल्हे व ग्रामीणों को धरने पर बैठना पड़ा। शादी इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।
दरअसल बाढ़ प्रभावित गांव में रहने वाले दूल्हे राहुल की गुरुवार को शाहाबाद के कालगाढा बारात जानी थी लेकिन बाढ़ की वजह से गांव के लोगों को समस्या का सामना करना पड़ा। ऐसे में गांव के लोगों ने बाढ़ के बावजूद पैदल ही शादी में जाने का फैसला किया। पूरी बारात दूल्हे को लेकर शादी में जाने के लिए पैदल ही निकल लिए। दूल्हे राहुल के सिर पर सेहरा सजा था तो गले में नोटों की माला डली हुई थी।
नाव की व्यवस्था नहीं होने के कारण पूरी बारात बाढ़ के पानी को पार कर गांव के बाहर निकली। सिर पर मौर और पैंट को हाथ में लेकर किसी तरह एक किलोमीटर तक पानी में चलते हुए ससुराल पहुंचा। वहां एक सूखे स्थान पर शादी की सभी रस्में निभाई गईं। शुक्रवार करीब 5 बजे बारात दुल्हन को लेकर वापस हुई तो बरातियों ने प्रशासन से नाव की मदद मांगी, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद सब धरने पर बैठ गए जिसके बाद नाव की व्यवस्था की गई तब दुल्हन ससुराल पहुंची।