अयोध्या: राम मंदिर का शिखर कलश हुआ स्वर्णिम, 3 जून से प्रारंभ होंगी प्राण प्रतिष्ठा की भव्य गतिविधियाँ

अयोध्या, 2 जून 2025
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर एक बार फिर ऐतिहासिक गौरव का साक्षी बनने जा रहा है। मंदिर का मुख्य शिखर कलश अब पूरी तरह स्वर्णिम आभा से दमक रहा है। साथ ही परिसर स्थित पांच अन्य मंदिरों के शिखर कलशों को भी सोने की परत से सजाया गया है। कुल 8 देवालयों की प्राण प्रतिष्ठा 3 जून से प्रारंभ होकर 5 जून तक सम्पन्न होगी।

आज रामनगरी में सरयू तट से भव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें लगभग 400 महिलाएं सरयू जल से भरे कलश लेकर इस शुभ यात्रा में शामिल हुईं।

व्यापक सुरक्षा और व्यवस्थाएँ

पूरी अयोध्या में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतज़ाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है और रामनगरी CCTV कैमरों से पूरी तरह लैस कर दी गई है। रेलवे विभाग ने भी यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन किया है।

दर्शन व्यवस्था में बदलाव

रामलला के दर्शन नियमित रूप से जारी हैं, लेकिन मंदिर के प्रथम तल पर प्रवेश की अनुमति फिलहाल नहीं है। सुरक्षा एवं भीड़ नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए दर्शन की व्यवस्थाओं को सीमित रूप से रखा गया है।

विशेष तिथि: 5 जून

5 जून को अभिजीत मुहूर्त में राम दरबार की दूसरी प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न होगी, जो संपूर्ण आयोजन का मुख्य केंद्र बिंदु होगा।

चंपत राय की अपील

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अपील करते हुए कहा—

“3, 4, 5 जून को किसी को आमंत्रित नहीं किया गया है। कृपया प्राण प्रतिष्ठा को देखने के लिए अयोध्या ना आएं। केवल वे ही श्रद्धालु आएं जिन्हें रामलला के दर्शन करने हैं।”

यह आयोजन रामनगरी को एक बार फिर अध्यात्म, आस्था और एकता के सूत्र में पिरोने जा रहा है।