इंद्रा नहर में दिखी डॉल्फिन को वन विभाग ने सुरक्षित पकड़ा, बच्चा भी मिला साथ

राजधानी लखनऊ में इंद्रा नहर में कई दिनों से देखी जा रही डॉल्फिन और उसके बच्चे को आखिरकार वन विभाग की टीम ने सुरक्षित पकड़ लिया। नहर में डॉल्फिन के दिखाई देने की खबरें बीते सप्ताहभर से सोशल मीडिया और स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई थीं। अब वन विभाग की टीम ने डॉल्फिन और उसके बच्चे को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाकर एक बड़ा राहत भरा कदम उठाया है। गौरतलब है कि इंद्रा नहर में डॉल्फिन और उसके बच्चे को घूमते हुए कई लोगों ने देखा था और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया था। यह दृश्य लखनऊवासियों के लिए चौंकाने वाला भी था, क्योंकि आमतौर पर डॉल्फिन नदियों या गहरे जलाशयों में पाई जाती है, न कि मानव निर्मित नहरों में। लोगों की भीड़ इकट्ठा होने लगी थी और जानवर की सुरक्षा को लेकर चिंता भी बढ़ने लगी थी।

वन विभाग को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, उन्होंने एक विशेष टीम गठित की जो लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए थी। मंगलवार को अभियान चलाकर डॉल्फिन और उसके बच्चे को जाल की मदद से सुरक्षित तरीके से पकड़ा गया। इस दौरान विभाग की टीम को काफी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी क्योंकि डॉल्फिन बहुत फुर्तीली थी और बार-बार पानी के भीतर तेजी से तैरने के कारण पकड़ में नहीं आ रही थी। लेकिन टीम ने धैर्य और सूझबूझ के साथ काम करते हुए दोनों को सुरक्षित निकाल लिया।

वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, डॉल्फिन और उसका बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हैं और उन्हें सुरक्षित जलाशय में स्थानांतरित किया जाएगा जहां वे स्वतंत्र और सुरक्षित रूप से रह सकें। अधिकारियों ने बताया कि यह गंगा नदी डॉल्फिन की प्रजाति है, जो संरक्षित श्रेणी में आती है और राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित की जा चुकी है। ऐसे में इसका बचाव और पुनर्वास एक जिम्मेदारीपूर्ण कार्य था, जिसे सफलता से अंजाम दिया गया।

वन विभाग ने आम जनता से अपील की है कि यदि भविष्य में इस प्रकार की किसी भी वन्यजीव गतिविधि की जानकारी मिले तो तुरंत अधिकारियों को सूचित करें और स्वयं ऐसे जानवरों से दूरी बनाए रखें ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह घटना न केवल वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि प्रशासन और जनता मिलकर काम करें तो किसी भी जीव की जान बचाई जा सकती है।