कभी क्रिकेटर बनना चाहते थे छेत्री, फीफा ने इन पर फिल्म बनाई है ”कैप्टन फैंटास्टिक”

फुटबॉल की अंतरराष्ट्रीय संस्था फीफा ने गुरुवार को अपने अधिकृत सोशल मीडिया हैंडल से क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनेल मेसी और सुनील छेत्री की तस्वीर शेयर की है। जिस पर लिखा है ‘रिटायरिंग एज ए लीजेंड’। फीफा ने यह तस्वीर भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री के सम्मान में जारी की है। छेत्री ने गुरुवार को घोषणा की है कि वे अगले माह अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लेंगे। छेत्री भले ही आज देश के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर हों, लेकिन बचपन में वे क्रिकेटर बनना चाहते थे।

हालांकि परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण पिता ने महंगी क्रिकेट किट दिलाने में असमर्थता जता दी। इसलिए उन्होंने फुटबॉल खेलना शुरू कर दिया। खराब आर्थिक स्थिति का आलम यह था कि उन्हें फटे हुए फुटबॉल शूज सिलकर पहनने पड़ते थे। खेल के प्रति जुनूनी छेत्री ने इसका तोड़ भी खेल से ही निकाल लिया। दिल्ली के धौलाकुआं स्थिति आर्मी पब्लिक स्कूल में पढ़ाई के दौरान माइलो टूनमिंट प्रतियोगिता शुरू हुई। सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को 1500 रुपए कीमत के स्पोर्ट्स शूज दिए गए। प्रतियोगिता तीन साल चली। सुनील हर बार श्रेष्ठ खिलाड़ी रहे। पर हर साल 750-750 के दो जोड़ी शूज लिए, जिसमें से हर साल एक जोड़ी शूज पिता को गिफ्ट कर दिए।