
मसौली, बाराबंकी। सफदरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम बांकीपुर मजरे दुर्जनपुर में बीमारी ठीक करने के बहाने आयोजित हो रही एक प्रार्थना सभा पर बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं की सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई की। कार्यक्रम को बंद कर एक दर्जन से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए थाने लाया गया। घटना से गांव में हड़कंप मच गया है और धर्म परिवर्तन को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं।
रविवार सुबह ग्राम बांकीपुर के दलित बस्ती में राकेश उर्फ लाला मंगता के मकान की छत पर करीब एक सैकड़ा महिला-पुरुष एकत्र होकर प्रार्थना कर रहे थे। इस दौरान बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी मिली और वे मौके पर पहुंच गए। बजरंग दल कार्यकर्ताओं की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक सफदरगंज अरुण प्रताप सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस को देख कार्यक्रम में शामिल लोग हड़बड़ी में भाग गए, जबकि पुलिस ने घर में घुसकर घंटों जांच की और करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया।
बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम का मुख्य कर्ताधर्ता रामनगर थाना क्षेत्र के ग्राम छंदवल निवासी राधेश्याम गौतम था, जो राकेश उर्फ लाला के साथ मौके से भाग गया। पुलिस ने मौके से एक वेगन आर गाड़ी और कई मोटरसाइकिलें कब्जे में लीं। गाड़ी में क्रिश्चियन लॉकेट भी लटकता हुआ मिला।
ग्रामीणों के अनुसार, यह प्रार्थना सभा काफी समय से हर रविवार को आयोजित की जा रही थी, जहां ढोलक बजाकर हिंदी में प्रभु का ज्ञान दिया जाता था। श्रवण कुमार वर्मा, अवधराम गौतम और विक्रम बहादुर गौतम ने बताया कि उन्हें बीमारी ठीक करने के बहाने इस सभा में बुलाया गया था।
बजरंग दल के जिला संयोजक विनय सिंह राजपूत ने बताया कि उन्हें इस कार्यक्रम की जानकारी पहले ही मिल गई थी, जिससे वे सक्रिय हो गए थे। पुलिस के पहुंचने पर कार्यक्रम में शामिल लोग भाग गए, लेकिन पुलिस ने घटनास्थल से मोटरसाइकिलों के नंबर नोट किए और गाड़ी को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।
उपजिलाधिकारी प्रीति सिंह और क्षेत्राधिकारी शौरभ श्रीवास्तव ने मौके का मुआयना किया और बताया कि धर्म परिवर्तन की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। प्रभारी निरीक्षक अरुण प्रताप सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।