1200 करोड़ की लागत से बनाई गई नई संसद भवन के निर्माण को एक साल भी पूरा नहीं हुआ है, कि चंद घंटों की बारिश के बाद यहाँ से लीकेज और छत से पानी टपकने की खबरें सामने आई हैं। यह मामला इतनी गंभीरता से उठा कि देश को बाल्टी का सहारा लेने की स्थिति आ गई। हालांकि, इस पर लोकसभा सचिवालय ने एक बयान जारी कर इन रिपोर्टों को खारिज कर दिया है। लोकसभा सचिवालय ने स्पष्ट किया है कि संसद भवन की छत से पानी टपकने की खबरें निराधार हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी छत से लीक नहीं हो रही है और न ही संसद भवन में कहीं भी जलभराव हुआ है।
सचिवालय ने बताया कि बुधवार को हुई अत्यधिक बारिश के दौरान, भवन की लॉबी पर स्थित ग्लास डोम्स को लगाने के लिए उपयोग किए गए एडहेसिव में थोड़ी सी कमी आ गई थी, जिसके कारण लॉबी में पानी का मामूली रिसाव हुआ। लेकिन, इस समस्या की पहचान समय पर कर ली गई और त्वरित कार्रवाई की गई, जिससे रिसाव को तुरंत रोका गया। इसके बाद, पानी का कोई और रिसाव नहीं देखा गया। इसके अलावा, मकर द्वार के सामने जमा हुआ पानी भी तेजी से ड्रेनेज सिस्टम के माध्यम से निकाला गया। लोकसभा सचिवालय ने यह भी आश्वस्त किया कि बिल्डिंग के अन्य हिस्सों में कोई समस्या नहीं आई है और सभी मुद्दों का समाधान कर लिया गया है।