
रिपोर्ट : विनय उपाध्याय
पडरौना, कुशीनगर।
“बाबू जी ज़रा धीरे चलना, राह में थोड़ा संभलना…”
यह फिल्मी गीत इन दिनों पडरौना–कटकुइया मार्ग पर स्थित सिधुआं बाज़ार की जर्जर सड़क पर बिल्कुल सटीक बैठता है। यह सड़क इतनी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है कि राहगीरों के लिए एक-एक कदम फूंक-फूंक कर रखना पड़ता है।
बड़े-बड़े गड्ढों से भरी इस सड़क पर बाइक सवारों की तो जैसे हर दिन परीक्षा होती है। हल्की सी चूक जानलेवा बन सकती है। सबसे ज़्यादा परेशानी उन लोगों को हो रही है जो रोज़ इस रास्ते से गुजरते हैं।
सोशल मीडिया पर उठ रही है आवाज़
स्थानीय लोग इस बदहाल सड़क की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं, लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते हालात जस के तस बने हुए हैं। कई बार विभाग को अवगत कराने के बावजूद अब तक मरम्मत के कोई ठोस प्रयास नहीं हुए हैं।

बरसात में और बिगड़ते हैं हालात
हर साल बरसात के समय अस्थायी मरम्मत कर काम चला लिया जाता है, लेकिन पक्की सड़क और नाली का समुचित निर्माण न होने के कारण सड़क बार-बार गड्ढों में तब्दील हो जाती है। पानी की निकासी न होने से सड़क की हालत और बदतर हो गई है।
लोक निर्माण विभाग की ज़मीन भी बनी समस्या
बताया जा रहा है कि सड़क के किनारे खाली पड़ी लोक निर्माण विभाग की ज़मीन में कुछ लोगों ने अवैध कब्ज़ा कर रखा है, जिससे नाली निर्माण में भी बाधा आ रही है। नतीजतन जलजमाव और गड्ढों की समस्या लगातार बनी हुई है।
राहगीरों की सुरक्षा से खिलवाड़
हर दिन इस रास्ते से स्कूल के बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं और कामकाजी लोग गुजरते हैं, लेकिन सड़कों की ये हालत किसी हादसे को न्योता देने जैसी है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत कराई जाए और नाली निर्माण की ठोस व्यवस्था की जाए।