बाराबंकी में 75 साल पुराने उर्स पर रोक: प्रशासन ने शकील बाबा की मजार पर मेले की अनुमति देने से किया इनकार, सुरक्षा कारणों का हवाला


बाराबंकी ज़िले के सूरजगंज क्षेत्र के फूलपुर गांव स्थित सैयद शकील बाबा की मजार पर हर साल लगने वाला ऐतिहासिक चार दिवसीय उर्स इस बार स्थगित कर दिया गया है। यह उर्स बीते 75 वर्षों से 10 जून से आयोजित होता आया है, लेकिन इस बार प्रशासन ने हंगामे की आशंका के चलते इसकी अनुमति नहीं दी।

पिछले वर्ष इस उर्स के दौरान दो पक्षों में विवाद और मारपीट की घटना हुई थी, जिसके बाद इस बार प्रशासन ने पहले से ही सतर्कता बरतते हुए मेला कमेटी को कार्यक्रम की अनुमति देने से मना कर दिया। पुलिस की सिफारिश पर एसडीएम विवेकशील ने उर्स की अनुमति रद्द कर दी।

हालांकि, मजार पर चादरपोशी और गागर चढ़ाने की रस्म सादगी से पुलिस की निगरानी में अदा की गई। जायरीन मजार पहुंचे लेकिन आयोजन का व्यापक रूप से आयोजन नहीं हो सका।

मेला कमेटी के सदस्य वसीम का कहना है कि प्रशासन ने बिना पूर्व सूचना के मेले को रद्द कर दिया, जबकि कई दुकानदारों ने पहले ही दुकानें और झूले लगा लिए थे। इससे कई स्थानीय लोगों की आजीविका पर असर पड़ा है।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में इससे पहले संभल, बहराइच और बाराबंकी के सतरिख क्षेत्र में सैयद सालार साहू गाजी की दरगाह पर लगने वाले सालाना उर्स भी कानून-व्यवस्था का हवाला देकर स्थगित किए जा चुके हैं।

अपर पुलिस अधीक्षक विकास चंद्र त्रिपाठी ने स्पष्ट किया कि इस बार मेला और उर्स के आयोजन पर पूरी तरह से रोक है। पुलिस बल मौके पर तैनात है और स्थिति पर नज़र बनाए हुए है, जिससे किसी प्रकार की अव्यवस्था या कानून-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न न हो।