ये कैसा दुर्योग: 1206 से जुड़ी हर पहचान और आखिरकार 12.06 को ही विजय रुपाणी का निधन


अहमदाबाद। गुरुवार को एक दुर्भाग्यपूर्ण विमान हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का निधन हो गया। यह हादसा अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास मेघाणी नगर इलाके में दोपहर के वक्त हुआ। हादसे की सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि यह दुर्घटना 12 जून (12.06) को हुई—एक ऐसा अंक, जो विजय रुपाणी की जिंदगी से बेहद खास और रहस्यमयी ढंग से जुड़ा रहा।

जानकारी के अनुसार, विजय रुपाणी के लगभग सभी निजी वाहनों के नंबर 1206 थे। यहां तक कि उनका मोबाइल नंबर भी 1206 पर खत्म होता था। उन्होंने जीवन में जब पहली बार गाड़ी खरीदी थी, तब भी उसका नंबर GJ-3-1206 था, और तभी से उन्होंने अपनी हर गाड़ी के लिए वही नंबर लेना शुरू किया।

इतना ही नहीं, सूत्रों की मानें तो इस हादसे वाले विमान में विजय रुपाणी की सीट संख्या भी 12 थी। यह एक अजीब संयोग ही रहा कि जिन अंकों से उनका जीवन जुड़ा रहा, वही अंक उनकी अंतिम यात्रा में भी साथ रहे।

गौरतलब है कि विजय रुपाणी का जन्म म्यांमार (पूर्व में बर्मा) में हुआ था। उनका परिवार वहां टीक लकड़ी के कारोबार में सफल था। बाद में वे अपने मूल शहर राजकोट लौटे और यहीं से उन्होंने अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे रुपाणी ने गुजरात के मुख्यमंत्री पद तक का सफर तय किया और एक सादगीपूर्ण, व्यवस्थित छवि वाले नेता के रूप में पहचान बनाई।

उनकी व्यापारिक कुशलता, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता के चलते उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व का भी लगातार समर्थन मिलता रहा। उन्होंने न सिर्फ राज्य को विकास की राह पर ले जाने में योगदान दिया, बल्कि युवाओं में भी अपने साफ-सुथरे राजनीतिक जीवन के कारण लोकप्रिय रहे।

उनकी मृत्यु से गुजरात ही नहीं, पूरे देश की राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई है। राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों से जुड़े लोग इस असामयिक निधन पर शोक व्यक्त कर रहे हैं।

यह दुर्योग, जहां एक जीवनभर साथ रहे अंक 1206 ने जन्म से लेकर मृत्यु तक उनका पीछा नहीं छोड़ा, एक गहरा सवाल भी छोड़ जाता है —
क्या संयोग कभी-कभी नियति से भी बड़ा हो जाता है?