लखनऊ। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा जमीन खरीद घोटाले के विरोध में कांग्रेस आज यूपी के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा जमीन घोटाले पर कांग्रेस ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर ज्ञापन देने का फैसला लिया था. गुरुवार को कांग्रेसी कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट की तरफ रुख भी कर रहे थे, लेकिन बीच में ही ग्लोब पार्क के पास पुलिस ने उन्हें रोक लिया. इसके बाद कांग्रेसी कार्यकर्ता सड़क पर ही धरने पर बैठ गए.
प्रशासन ने पांच पदाधिकारियों को कलेक्ट्रेट में चलकर ज्ञापन सौंपने की बात कही, लेकिन कांग्रेसी कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट के अंदर प्रदर्शन कर ज्ञापन देने पर अड़ गए. इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर इको गॉर्डन भेज दिया.
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी और महानगर अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव और दिलप्रीत सिंह के नेतृत्व में लखनऊ कलेक्ट्रेट में जिला प्रशासन को ज्ञापन देने जा रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने रोक लिया.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. रघुपति राघव राजा राम का पाठ किया और योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. करीब 20 मिनट तक कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया, लेकिन इस बीच बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को जबरन हिरासत में ले लिया और उन्हें इको गार्डन भेज दिया.
बता दें कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आरोप लगाया कि इस पूरे प्रकरण में भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं की संलिप्तता है, जिनको बचाने के लिए पूरी भाजपा लखनऊ से लेकर दिल्ली तक लग गयी है. आरोप के साथ ही कांग्रेस का कहना है कि यह धन शोधन का मामला है और इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाए.
गौरतलब है कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय पर अयोध्या में पिछली 18 मार्च को दो करोड़ रुपये में बेची गई जमीन को महज पांच मिनट के अंदर साढ़े 18 करोड़ रुपये में खरीदने का आरोप लगा है. इन दोनों ही खरीद में ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा और अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय गवाह हैं.