समझौते के तहत ब्रिक्स अंतरिक्ष एजेंसियों के निर्दिष्ट रिमोट सेंसिंग उपग्रहों का बनाया जाएगा एक वर्चुअल समूह
नई दिल्ली। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ने रिमोट सेंसिंग उपग्रह डेटा साझा करने के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया कि इस समझौते पर बुधवार को हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते के तहत ब्रिक्स अंतरिक्ष एजेंसियों के निर्दिष्ट रिमोट सेंसिंग उपग्रहों का एक वर्चुअल समूह बनाया जाएगा और उनके संबंधित जमीनी केंद्रों को डेटा प्राप्त होगा।
भारत की ब्रिक्स अध्यक्षता के तहत समझौते पर किए गए हस्ताक्षर
एजेंसी ने एक बयान में कहा, यह मानवता के समक्ष मौजूद वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन, बड़ी आपदाओं और पर्यावरण संरक्षण जैसी चुनौतियों का सामना करने के क्षेत्र में ब्रिक्स अंतरिक्ष एजेंसियों के बीच बहुपक्षीय सहयोग को मजबूत करने में योगदान देगा। उसने बताया कि भारत की ब्रिक्स अध्यक्षता के तहत समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस मौके पर ब्रिक्स में भारत के शेरपा (प्रतिनिधि) और विदेश मंत्रालय के सचिव (कांसुलर, पासपोर्ट, वीजा और प्रवासी भारतीय मामले) संजय भट्टाचार्य उपस्थित थे।
संजय भट्टाचार्य ने ट्वीट कर दी जानकारी
भट्टाचार्य ने ट्वीट किया, अंतरिक्ष एजेंसियों के प्रमुखों ने ब्रिक्स उपग्रह समूह के समझौते पर आज हस्ताक्षर किए गए, जो मील का पत्थर है। इससे सतत विकास लक्ष्यों में रेखांकित विकास संबंधी एवं समाजिक उद्देश्यों के लिए अंतरिक्ष डेटा का उपयोग और आपसी सहयोग बढ़ेगा। इसरो के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग के सचिव के सिवन, चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन के प्रशासक झांग केजियान, दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वलनाथन मुनसामी, ब्राजीलियाई अंतरिक्ष एजेंसी के अध्यक्ष कार्लोस अगस्तो टेक्सेरा डी मौरा और रूस के सरकारी अंतरिक्ष निगम के जनरल रोस्कोस्मोस और रूस के स्टेट स्पेस कॉरपोरेशन रोस्कोसमोस के महानिदेशक रोस्कोस्मोस दिमित्री रोगोजिन ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।