लखनऊ।
शहर को भिक्षावृत्ति से मुक्त करने के उद्देश्य से लखनऊ की जिलाधिकारी विशाख जी ने एक विशेष अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत शहर के 19 प्रमुख चौराहों पर भिक्षावृत्ति में लिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध छापेमारी की गई।
टेढ़ी पुलिया, अर्जुनगंज, हजरतगंज, सिकंदरबाग, बर्लिंग्टन चौराहा, हुसैनगंज, चारबाग, अवध चौराहा, आलमबाग, फीनिक्स माल, इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान, पॉलीटेक्निक, अलीगंज, कपूरथला, इंजीनियरिंग कॉलेज, तेलीबाग, भूतनाथ, लालबत्ती, और बंदरिया बाग जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में यह अभियान चलाया गया।
इस दौरान 31 भिखारियों को रेस्क्यू किया गया, जिनमें कई बच्चे भी शामिल थे। भिक्षावृत्ति में शामिल बच्चों के पुनर्वास के लिए स्वैच्छिक संगठनों का सहयोग लिया जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि इन बच्चों को शिक्षा और बेहतर जीवन देने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
इसके अतिरिक्त, दो मामले गुडंबा और सुशांत गोल्फ सिटी थाने में दर्ज किए गए हैं, जिनमें बार-बार बच्चों को भीख मंगवाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
जिलाधिकारी विशाख जी ने स्पष्ट किया कि यह अभियान केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक सामाजिक परिवर्तन की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि लखनऊ को भिक्षावृत्ति मुक्त बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है और इसमें समाज का सहयोग भी आवश्यक है।