अयोध्या, 21 मार्च 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अयोध्या में कोका-कोला के प्रमुख बॉटलिंग पार्टनर एसएलएमजी बेवरेजेज के मौजूदा निर्माण सुविधा के विस्तार का उद्घाटन किया। इस कदम से औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
लखनऊ स्थित एसएलएमजी बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड ने इस प्रोजेक्ट के लिए ₹350 करोड़ का निवेश किया है और कंपनी उत्तर प्रदेश व बिहार में उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए 2030 तक $1 अरब (लगभग ₹8,300 करोड़) के निवेश की योजना बना रही है।
उत्पादन क्षमता होगी दोगुनी
इस विस्तार से अमृत बॉटलर्स प्राइवेट लिमिटेड की उत्पादन क्षमता 1,894 बोतल प्रति मिनट से बढ़कर 3,724 बोतल प्रति मिनट हो जाएगी। इससे कोका-कोला, थम्स अप, लिम्का, फैंटा, स्प्राइट, किनले और माज़ा जैसे लोकप्रिय पेय पदार्थों की बढ़ती मांग पूरी हो सकेगी।
रोजगार के नए अवसर
इस विस्तार से 900 नई नौकरियां सृजित होंगी, जिससे प्लांट में कर्मचारियों की कुल संख्या 2,500 हो जाएगी। इसके अलावा, लॉजिस्टिक्स, रिटेल और संबंधित क्षेत्रों में हजारों अप्रत्यक्ष नौकरियां भी पैदा होंगी, जो उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देंगी।
हरित ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण पर जोर
एसएलएमजी बेवरेजेज ने अपने संचालन को और अधिक पर्यावरण-अनुकूल बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। प्लांट को 15 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र और 9.6 मेगावाट पवन ऊर्जा से संचालित किया जा रहा है, जिससे कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।
एसएलएमजी बेवरेजेज के निदेशक राकेश लधानी का बयान
“अयोध्या में हमारा प्लांट विस्तार, जो अब एक धार्मिक पर्यटन केंद्र बन गया है, न केवल उत्पादन क्षमता बढ़ाएगा बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी खोलेगा। उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए हम मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के आभारी हैं।”
हॉस्पिटैलिटी में भी निवेश
एसएलएमजी बेवरेजेज की प्रमुख कंपनी लधानी समूह अयोध्या में ताज ब्रांड के तहत लक्ज़री होटलों में निवेश कर रहा है। साथ ही, लखनऊ में हिल्टन और गोल्डन ट्यूलिप जैसे बड़े होटलों के साथ अपनी सेवाओं का विस्तार कर चुका है। इसके अलावा, ओबेरॉय समूह के साथ मिलकर अयोध्या, ऋषिकेश और हरिद्वार में 1000 नए होटल रूम विकसित करने की योजना बनाई जा रही है।
भविष्य की योजनाएँ और निवेश
- गोरखपुर और बिजनौर में दो नई फैक्ट्रियाँ – अगले 3 वर्षों में ₹2,000 करोड़ का निवेश, जिससे 5,000 से अधिक नए रोजगार सृजित होंगे।
- फलों के जूस के उत्पादन को बढ़ावा देकर उद्योग का विस्तार किया जाएगा।
- गोरखपुर में प्लास्टिक रीसाइक्लिंग प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिससे पर्यावरण संरक्षण को बल मिलेगा।
- अयोध्या में तकनीकी संस्थान खोला जाएगा, जिससे युवाओं को कौशल विकास और बेहतर रोजगार मिलेगा।
- लखनऊ में वृद्धाश्रम की स्थापना और ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रशिक्षण केंद्र की शुरुआत।
उत्तर प्रदेश: निवेशकों की पहली पसंद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश अब इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बन चुका है। बेहतर कनेक्टिविटी, मजबूत कानून-व्यवस्था और औद्योगिक नीतियों के कारण देश-विदेश के निवेशक प्रदेश में निवेश करने के लिए आकर्षित हो रहे हैं।