
कासगंज। सेंट जोसफ स्कूल में फादर द्वारा कथित अभद्रता के मामले ने जोर पकड़ लिया है। बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने अभिभावकों के साथ स्कूल परिसर के बाहर धरना प्रदर्शन किया और मौके पर पहुंचे तहसीलदार सदर को ज्ञापन सौंपते हुए फादर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रकरण बढ़ने के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) डॉ. इंद्रजीत सिंह ने तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

मामला शहर के बिलराम गेट स्थित सेंट जोसफ स्कूल के टॉपर छात्र सम्मान समारोह का है, जहां टॉपर छात्रा के पिता कृष्णकांत शर्मा के बैठने को लेकर फादर द्वारा कथित तौर पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। घटना के बाद कृष्णकांत शर्मा, जो भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं, ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से की। मामले की जानकारी मिलने पर भाजपा जिलाध्यक्ष नीरज शर्मा ने भी डीआईओएस से वार्ता की।
बुधवार को अभिभावक और एबीवीपी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में स्कूल पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। इसी दौरान तहसीलदार सदर मौके पर पहुंचे, जहां उन्हें ज्ञापन सौंपकर अभद्र व्यवहार करने वाले फादर पर कार्रवाई की मांग उठाई गई।
इस बीच, डीआईओएस द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच टीम में राजेश यादव, सुधीर मिश्रा और अर्चना सक्सेना को शामिल किया गया है। यह कमेटी पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, सेंट जोसफ स्कूल के फादर सिरील प्रकाश मोरिस अधिकारियों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उनका कहना है कि टॉपर छात्रा के पिता घटना के दिन नशे में थे और उन्होंने ही हंगामा किया, जबकि अभिभावकों का आरोप है कि फादर ने अनुचित व्यवहार किया और अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया।
प्रकरण को लेकर जिले में चर्चाएं तेज हैं और अभिभावक तथा एबीवीपी कार्यकर्ता न्यायपूर्ण कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।