सेमरी गांव में सरयू नदी के तटबंधों का राज्य मंत्री ने किया स्थलीय निरीक्षण, कटान से पहले सतर्कता के निर्देश!


टिकैतनगर (बाराबंकी): टिकैतनगर क्षेत्र के सेमरी गांव में सरयू नदी के तटबंधों को लेकर स्थानीय स्तर पर चिंता बढ़ रही है। हालांकि नदी कटान की स्थिति अभी नहीं बनी है, लेकिन संभावित खतरे को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री सतीश शर्मा ने मंगलवार को सेमरी गांव का स्थलीय निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान मंत्री ने तटबंध की स्थिति, जल बहाव और सुरक्षा प्रबंधों का जायज़ा लिया और ग्रामीणों से संवाद करते हुए संभावित आपदा से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की।

नंदकिशोर पांडेय, विवेक तिवारी, वीरेंद्र पांडेय, गुड्डू सहित कई स्थानीय ग्रामीणों ने मंत्री को बताया कि बीते वर्षों में मानसून के दौरान सरयू नदी का बहाव तेज़ हो जाता है, जिससे तटबंधों पर दबाव बढ़ जाता है। ग्रामीणों ने आशंका जताई कि यदि समय रहते मरम्मत और मज़बूतीकरण का कार्य नहीं हुआ, तो आगामी बाढ़ काल में संकट उत्पन्न हो सकता है।

इस पर मंत्री सतीश शर्मा ने सिंचाई विभाग और बाढ़ खंड के अधिकारियों से फोन पर बात कर निर्देश दिए कि संभावित कटान वाले क्षेत्रों की पहले से पहचान कर आवश्यक अनुरक्षण और सुदृढ़ीकरण कार्य शीघ्र शुरू किया जाए। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि आपदा की प्रतीक्षा नहीं की जा सकती, बल्कि पूर्व तैयारी ही सबसे कारगर उपाय है।

मंत्री ने निर्देश दिया कि तटबंधों की नियमित निगरानी की जाए और जिन क्षेत्रों में दरारें, जल रिसाव या मिट्टी खिसकने के संकेत हैं, वहां तुरंत कार्यवाही हो। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि ग्रामीणों को समय रहते सुरक्षा का विश्वास मिले और किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

निरीक्षण के दौरान मंत्री ने 84 कोसी परिक्रमा मार्ग पर प्रस्तावित सरयू नदी पुल निर्माण स्थल का भी दौरा किया। उन्होंने चल रहे बोरिंग और मिट्टी परीक्षण कार्य की जानकारी ली और निर्देश दिया कि निर्माण कार्य समयबद्ध ढंग से पूरा किया जाए, जिससे धार्मिक यात्रियों और आम जनता को सुविधा मिल सके।

राज्य मंत्री के इस निरीक्षण दौरे से ग्रामीणों में संतोष और जागरूकता दोनों का माहौल बना है। सरकार का यह कदम एक स्पष्ट संकेत है कि वह आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में सक्रिय, पूर्व-चेतावनी और त्वरित कार्रवाई के सिद्धांतों पर काम कर रही है।