
लखनऊ, 30 मई — उत्तर भारत में भीषण गर्मी ने दस्तक दे दी है और आने वाले दिनों में लू का प्रकोप और तेज़ होने की संभावना जताई जा रही है। इसको लेकर भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ ने हीटवेव के प्रभाव और उससे बचाव के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, अत्यधिक गर्मी से सामान्य लोगों को परेशानी हो सकती है जबकि छोटे बच्चों, बुज़ुर्गों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए यह स्थिति जानलेवा भी हो सकती है। दिन के 11 बजे से शाम 3 बजे तक का समय विशेष रूप से खतरनाक बताया गया है जब लू का प्रभाव सबसे अधिक होता है।
प्रमुख प्रभाव
- आम लोगों के लिए गर्मी सहनीय नहीं रहेगी, स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ेंगी।
- कामकाजी वर्ग जैसे निर्माण मजदूरों, खेत मजदूरों और खुले में काम करने वालों पर इसका अधिक असर पड़ेगा।
- पशुधन और खड़ी फसलों पर भी हीटवेव का प्रतिकूल प्रभाव हो सकता है।
सावधानियां और सुझाव
मौसम विभाग ने हीटवेव से बचाव के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:
- दिन के गर्म घंटों में बाहर निकलने से बचें, विशेष रूप से दोपहर 12 से 3 बजे के बीच।
- हल्के, ढीले और सूती कपड़े पहनें।
- धूप में निकलते समय सिर को टोपी, छाता या गमछे से ढकें।
- घर के भीतर और बाहर पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थों का सेवन करें जैसे नींबू पानी, छाछ आदि।
- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें और उन्हें धूप में ना निकलने दें।
- खेतों और खुले स्थानों में कार्य करने वाले श्रमिक अपने कार्य को सुबह या शाम के समय सीमित करें।
- पालतू जानवरों को छायादार जगह पर रखें और उन्हें भी पर्याप्त पानी उपलब्ध कराएं।
- शराब और कैफीन युक्त पेयों से बचें क्योंकि ये शरीर को जल्दी डिहाइड्रेट करते हैं।
- ज़रूरत पड़ने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें।
सरकार और स्थानीय निकायों के लिए विशेष निर्देश
स्कूलों में छुट्टियों के समय विशेष सावधानी बरतने, खुले स्थानों पर मिस्ट फैन या वाटर स्प्रे की व्यवस्था करने और शहर में पर्याप्त पेयजल व स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग ने अंत में यह भी कहा कि लोग सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से प्राप्त असत्यापित सूचनाओं पर भरोसा ना करें और केवल सरकारी एजेंसियों द्वारा जारी चेतावनियों को ही मानें।
