नई दिल्ली। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अजमेरी गेट की तरफ मंगलवार सुबह उस वक्त खलबली मच गई, जब यहां वीआईपी पार्किंग के बैरियर के पास कारतूस जमीन पर पड़े मिले। सूचना मिलते ही जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारी मौके पर पहुंचे और आसपास मौजूद लोगों से पूछताछ की गई। लेकिन किसी ने कारतूसों को क्लेम नहीं किया। बाद में रेलवे पुलिस ने उन्हें जब्त कर लिया। हालांकि, जीआरपी के अधिकारियों का कहना है कि इसके पीछे साजिश जैसी बात नजर नहीं आ रही है। देखने से लग रहा है कि शायद गलती से किसी सुरक्षाकर्मी के कारतूस यहां गिर गए होंगे। कारतूस किसके हैं, इसका पता लगाया जा रहा है।
11 कारतूस मिले जो 7.62 और 5.65 बोर के थे
मंगलवार सुबह 8 बजे के करीब रेलवे पुलिस के पट्रोलिंग स्टाफ को सूचना मिली थी। कि अजमेरी गेट की तरफ डीसीपी ऑफिस के पास जो वीआईपी पार्किंग बनी हुई है। वहां बैरियर के एक जगह कारतूस जमीन पर गिरे हुए हैं। पट्रोलिंग स्टाफ ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की, तो पता चला कि वहां कुल 11 कारतूस पड़े हुए थे। जो 7.62 और 5.65 बोर के थे। आमतौर पर ऐसे कारतूस इंसास व अन्य आधुनिक बंदूकों में इस्तेमाल होते हैं। वैसे तो जीआरपी के स्टाफ के पास भी इंसास राइफल्स हैं, लेकिन पट्रोलिंग स्टाफ को ये नहीं दी जाती हैं, इसलिए ये कारतूस जीआरपी के किसी स्टाफ के होने की संभावना कम ही लग रही थी।
आर्मी व अन्य अर्धसैनिक बलों के जवानों की भी हो सकते है कारतूस
ये कारतूस जीआरपी के सुरक्षाकर्मियों के हो सकते हैं। इसके अलावा यहां वीआईपी पार्किंग में अक्सर आर्मी व अन्य अर्धसैनिक बलों के जवानों की टुकड़ियां ट्रेन पकड़ने के लिए ट्रकों व अन्य साधनों से आती रहती हैं। वे लोग पहले यहीं उतरते हैं और फिर अपना सामान लेकर अंदर जाते हैं। ऐसे में हो सकता है कि ये कारतूस किसी अन्य एजेंसी के सुरक्षाकर्मियों के हों। इस संबंध में सभी एजेंसियों को सूचित किया गया है। साथ ही आस-पास सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक किया जा रहा है कि ये कारतूस किसके हो सकते हैं।