Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wp-statistics domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ekumjjfz/amarbharti.com/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the updraftplus domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ekumjjfz/amarbharti.com/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wordpress-seo domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ekumjjfz/amarbharti.com/wp-includes/functions.php on line 6114
13 साल का कश्मीरी लड़का लिखता है ऐसी कहानियां- Amar Bharti Media Group शिक्षा

13 साल का कश्मीरी लड़का लिखता है ऐसी कहानियां

कश्‍मीर का एक 13 साल का लड़का अपनी कहानियां कहने की अनूठी कला के लिए इलाके में सेंसेशन बन गया है. वह छोटी-छोटी कहानियां, लेख और ऐसी लघु कथाएं लिखता है जिसे इलाके के बड़े बड़े लेखक भी पसंद कर रहे हैं और इलाके के आम लोग भी. इतनी कम उम्र में मोटि‍वेशनल राइटिंग उसे पसंद किए जाने की सबसे बड़ी वजह है.

7वीं क्‍लास के ताबिन रेयाज़ दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में रहते हैं और लिखने का शौक रखते हैं. अनंतनाग के ऐशमुकम क्षेत्र में हसन-नूर गांव के निवासी रेयाज़ अहमद भट के बेटे ताबिन की लेखक बनने की इच्‍छा है और वे अभी से दूसरों को प्रेरित करने वाली कहानियां लिखने में हस्‍तसिद्ध हैं.

वह जीवन की चुनौतियों से जुड़ी कहानियां लिखने के लिए पसंद किए जा रहे हैं. उनकी कहानी Overconfidence- the giant killer को सोशल मीडिया पर भी खूब शेयर किया जा रहा है.

ताबिन एक किताब भी लिख रहे हैं जो अगले कुछ महीनों में पूरी हो जाएगी. कम उम्र में इस तरह के प्रयासों के लिए उनके परिवार को भी उन पर बेहद गर्व है.

ताबिन रेयाज़ ने कहा कि बचपन से ही उन्हें जनरल नॉलेज में दिलचस्पी थी और वह अपने आसपास होने वाली महत्वपूर्ण घटनाओं को नोट करते थे. वह एक लेखक बनना चाहते हैं और अपने देश और कश्मीर को गौरवान्वित करना चाहते हैं.

उनका मानना है कि उनकी छोटी-छोटी मोटिवेशनल कहानियां माता-पिता, छात्र और टीचर्स सभी के लिए हैं. उन्‍होंने बताया कि वे पिछले एक सप्ताह में 25 लेख और आठ से नौ लघु कथाएं लिख चुके हैं.

उनके पिता रेयाज अहमद का मानना है कि ताबिन में एक सफल व्यक्ति बनने की पूरी क्षमता है और वे हमेशा उनका साथ देंगे. उन्‍होंने कहा कि दूर-दराज के ऐसे ग्रामीण क्षेत्र में किसी लड़के का महत्‍वाकांक्षी होना बड़ी बात है, इसलिए उन्‍हें अपने बेटे पर गर्व है. वह चाहते हैं कि ताबिन जीवन में वही करे जो वह करना चाहता है.