
लखनऊ, 12 जून। प्रदेश में मौसमी परिस्थितियों का प्रभाव अब सीधे तौर पर आम जनजीवन को प्रभावित कर रहा है। वर्तमान में कोई प्रभावी मौसम तंत्र सक्रिय नहीं होने के कारण उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क बना हुआ है। इस कारण न सिर्फ अधिकतम, बल्कि न्यूनतम तापमान भी सामान्य से काफी ऊपर दर्ज किए जा रहे हैं। गर्म हवाओं के साथ-साथ वातावरण में नमी का स्तर सामान्य से अधिक है, जिसके चलते हीट इंडेक्स (Feel Like Temperature) भी तेज़ी से बढ़ा है। यानी तापमान जितना महसूस हो रहा है, वह वास्तविक तापमान से कहीं अधिक है, जिससे जनजीवन और स्वास्थ्य दोनों पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 24 घंटों के भीतर मौसम में किसी व्यापक बदलाव की संभावना नहीं है। इसके चलते प्रदेश में जारी लू और गर्म रातों की स्थिति 13 जून तक बनी रह सकती है। विशेषकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लू का असर फिलहाल कायम रहेगा, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश के शहरों – जैसे लखनऊ और कानपुर – में भी हीट वेव जैसी स्थितियाँ बनी रहेंगी। आज यानी 12 जून को आगरा, लखनऊ और कानपुर में दिन भर तेज़ गर्म हवाएं और अत्यधिक तापमान दर्ज किया गया।
हालांकि, राहत की उम्मीद है। 14 जून से पूर्वी उत्तर प्रदेश में वर्षा गतिविधियों में वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। इससे तापमान में गिरावट और लू की तीव्रता में शिथिलता आने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि यह वर्षा धीरे-धीरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ेगी और 15 जून के बाद वहां भी राहत मिलने की उम्मीद है।
विशेषज्ञों के अनुसार, शुष्क मौसम में सूर्य की तीव्र किरणें ज़मीन को गरम करती हैं जिससे विकिरणीय ऊष्मा बढ़ जाती है। वहीं वातावरण में मौजूद उच्च आर्द्रता शरीर की प्राकृतिक शीतलन प्रक्रिया को प्रभावित करती है, जिससे पसीना जल्दी सूखता नहीं और शरीर को और अधिक गर्मी महसूस होती है। यही कारण है कि हीट स्ट्रोक और थकान जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं।
मौसम विभाग ने नागरिकों को सलाह दी है कि अगले कुछ दिन अत्यधिक सतर्कता बरतें। अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें, विशेषकर दोपहर 11 बजे से शाम 4 बजे तक। पानी, नींबू पानी, छाछ जैसे तरल पदार्थों का भरपूर सेवन करें और सिर को ढक कर रखें। बुज़ुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
हालांकि 14 जून से शुरू होने वाली संभावित वर्षा की गतिविधियाँ धीरे-धीरे प्रदेश को राहत की ओर ले जाएंगी, लेकिन तब तक सावधानी ही सुरक्षा है। मौसम विभाग लगातार पूरे प्रदेश की स्थिति पर नजर रखे हुए है और अगले कुछ दिनों में नए अपडेट्स जारी किए जाएंगे।