कमलनाथ ने कृषि सुधार बिल का किया विरोध

भोपाल. कृषि सुधार से जुड़े बिल पर अब मध्य प्रदेश में भी सियासत होने लगी है. पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष ने कमलनाथ (Kamalnath) ने मोदी सरकार (PM Narendra Modi) को घेरा है. उन्होंने कहा कि मोदी का यह किसान विरोधी बिल इतिहास में काले दिन के रूप में दर्ज होगा.

कमलनाथ (Kamalnath Reaction On Farm Bill) ने ट्वीट करके शिवराज सरकार (Shivraj Government) से अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा था. कमलनाथ (Kamalnath) के इस बयान पर प्रदेश के कृषि मंत्री ने कहा कि मोदी असम्भव को भी संभव करते हैं.

उन्होंने किसानों को आर्थिक आजादी दिलाई है. जबकि कांग्रेस नेता ने कहा कि कृषि सुधार बिल (farm reforms Bills) से NDA के मंत्री ही संतुष्ट नहीं है और इस्तीफा दे रहे हैं.

इससे पहले कमलनाथ (Kamalnath Tweet) ने ट्वीट करके मोदी सरकार ( Modi Government) पर निशाना साधा और साथ ही शिवराज (Shivraj Singh Chouhan) से किसान बिल पर अपनी स्थिति साफ करने की बात पूछी.

कमलनाथ ने लिखा कि मोदी सरकार के अध्यादेश पूरी तरह से किसान विरोधी व खेतिहर मज़दूर विरोधी है. यह दिन इतिहास में काले दिवस के रूप में दर्ज होगा. इसको लेकर ना किसानों की सहमति ली गयी ना अन्य राजनैतिक दलो से चर्चा की गयी. मोदी सरकार तानाशाही तरीक़े से देश को चलाना चाहती है.

शिवराज बताएं MP के किसानों को कैसे फायदा होगा- कांग्रेस

इस पर कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष सैयद जफर ने कहा कि कृषि सुधार बिल से NDA के मंत्री ही संतुष्ट नहीं है और इस्तीफा दे रहे हैं. मप्र की शिवराज सरकार (Shivraj singh Chouhan) को प्रदेश के किसानों को अपडेट करना चाहिए कि वह इस बिल के साथ है या खिलाफ है.

मप्र सरकार प्रदेश के किसानों को बताये कि कृषि बिल के आने से प्रदेश के किसानों को फ़ायदा होगा या नुकसान?

कांग्रेस का दोगला व्यवहार- बीजेपी

इस पर बीजेपी (BJP On Farm Bill) ने कांग्रेस (Congress on Farm Reform Bill) को आड़े हाथों लेते हुए पलटवार किया.

बीजेपी ने कमल नाथ के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कमलनाथ जी और कांग्रेस का कृषि सुधार से जुड़े बिलों पर दोगला व्यवहार साफ दिख रहा है. बीजेपी की केंद्र और राज्य की सरकार किसानों के हित में लगातार फैसले ले रही है.

जबकि कांग्रेस के किसान बिल के विरोध करने पर कृषि मंत्री कमल पटेल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मोदी असंभव को भी संभव कर देते हैं.

असम्भव को भी संभव करते हैं. नरेद्र मोदी ने किसानों को आर्थिक आजादी दिलाई है. देश 1947 में आजाद हुआ, लेकिन गांव को नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल 2020 को आजादी दिलाई है.