नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 सितंबर को आईआईटी, गुवाहाटी के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया ।
प्रधानमंत्री का यह संबोधन दोपहर 12 बजे वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुआ । केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और असम के मुख्यमंत्री सबार्नंद सोनोवाल कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहेंगे।
दीक्षांत समारोह में बी टेक के 687 और एम टेक के 637 छात्रों सहित 1803 छात्र डिग्री प्राप्त करेंगे।
दीक्षांत समारोह के लिए, स्नातक की उपलब्धियों का वर्चुअल मोड के माध्यम से ऑनलाइन जश्न मनाने के लिए, संस्थान ने वास्तविकता-आधारित एक वर्चुअल पुरस्कार वितरण तैयार किया है, जहां कोई भी छात्र अपने घर की सुख सुविधाओं के साथ निदेशक से पदक ग्रहण करने का अनुभव कर सकता है।
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संस्थान ने छात्रों के लिए परिसर में कुछ चुने हुए स्थानों पर चित्र लेने के लिए अलग-अलग पृष्ठभूमि के विकल्प के साथ एक फोटो-बूथ भी बनाया है।
आईआईटी गुवाहाटी के संकाय और छात्रों ने संस्थान के वर्चुअल दौरे के लिए एक टेलीप्रेजेंस मॉड्यूल विकसित किया है। यह कार्यक्रम यू ट्यूब और फेसबुक पर सीधे प्रसारित होगा।
इससे पहले सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा जम्मू यूनिवर्सिटी में नई शिक्षा नीति के कार्यान्वयन एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा,हम सभी जानते हैं कि जम्मू कश्मीर की परिस्थितियां बिल्कुल भिन्न हैं। यहां तीन सभ्यता रही हैं, तीन अलग-अलग भौगोलिक परिस्थितियां, तीन अलग संस्कृतियां रही हैं।
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इसके अलावा जम्मू-कश्मीर ने बहुत सारी चुनौतियों का सामना किया है। परंतु अब एक भारत के बैनर तले विकास व प्रगति के मार्ग पर हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
चाहे सड़कों का विकास हो या फिर नए संस्थानों की स्थापना, हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री जी का लक्ष्य है कि जम्मू कश्मीर को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जाए।