पटना. मंगलवार का दिन NDA के लिए काफी गहमागहमी का तीन रहा. जहां एक ओर मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ ही भाजपा (BJP) के दो प्रभारी देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और भूपेंद्र यादव (Bhupendra Yadav) उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी (Sushil Modi) के साथ सीटों और उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देते रहे हैं वहीं एनडीए के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के पूर्व के एक संक्षिप्त बयान में बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जयसवाल (Sanjay Jaisawal) ने साफ़ कहा कि NDA गठबंधन में वही रहेंगे जो नीतीश कुमार के नेतृत्व को स्वीकार करते हैं.
संजय जयसवाल ने कहा कि बिहार में एनडीए के नेता नीतीश कुमार जी हैं और गठबंधन में चुनाव नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में हो रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व को बिहार में भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह स्वीकार करती है.
संजय जायसवाल के अनुसार एनडीए गठबंधन में वही रहेंगे जो नीतीश कुमार के नेतृत्व को बिहार में स्वीकार करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हीं के नेतृत्व में, उन्हीं को मुख्यमंत्री बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी पूरे तौर पर प्रयास करेगी. उन्होंने उम्मीद जताई कि नीतीश कुमार जी तीन चौथाई बहुमत से फिर बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे.
माना जा रहा है कि बिहार भाजपा के अध्यक्ष ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर यह बयान दिया है. पार्टी चिराग पासवान को संदेश देना चाहती है कि उनसे उनका कोई लेना देना नहीं है. और जहां तक भाजपा का सवाल है, तो वह नीतीश कुमार के पीछे खड़ी है.
नीतीश कुमार को और उनके समर्थकों को भी एक तरह से ये संकेत दिया जा रहा है कि कुछ भी हो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही रहेंगे.
हालांकि जानकारों की मानें तो ये बात किसी को पच नहीं रही कि चिराग पासवान के एनडीए से निकलने के बाद पार्टी ने अपनी प्रतिक्रिया देने में इतना समय क्यों लगाया. और आख़िर उनकी क्या मजबूरी है कि उन्हें एनडीए से अभी तक नहीं निकाला गया.