नई दिल्ली. भारत में त्योहारी सीजन शुरू हो गया है. ऐसे में भारतीय रेलवे (Indian Railways) की तरफ से लोगों के लिए एक राहत भरी खबर आई है. जनता की सुविधाओं का ख्याल करते हुए रेलवे ने 392 फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया है.
जानकारी के मुताबिक, 196 जोड़ी ट्रेनें यानी कि 392 ट्रेनों को फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन के तौर पर चलाया जाएगा. ट्रेनों की लिस्ट संबंधित जोन को भेज दी गई है. इसी बीच अब खबर है कि जल्द ही ट्रैक पर शताब्दी, तेजस, हमसफर और राजधानी की सभी ट्रेनें लौटेंगी.
जल्द ट्रैक पर दौड़ेंगी 416 स्पेशल ट्रेनें
रेलवे सूत्रों के मुताबिक, नवंबर तक सभी राजधानी, शताब्दी, तेजस और हमसफर एक्सप्रेस ट्रेने अपने मूल रूट पर रफ्तार भरेंगी. बताया जा रहा है कि इन सभी ट्रेनों को बतौर ‘स्पेशल ट्रेन’ ही चलाया जाएगा. फिलहाल रेलवे 682 स्पेशल ट्रेन और 20 क्लोन ट्रेनों का संचालन कर रही है.
इनके अलावा 20 अक्टूबर से 30 नवंबर तक 416 स्पेशल ट्रेन भी चलाई जाएंगी. रेलवे द्वारा ट्रेनों की संख्या बढ़ाने का मकसद कोविड-19 के बीच यात्रियों को भीड़भाड़ से बचाना है.
सामान्य हालतों में लौटना चाहता है रेलवे
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नवंबर में सरकार और रेलवे मंत्रालय कोविड-19 को लेकर स्थिति का आंकलन करेगी जिसके बाद अन्य मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों की संख्या को भी बढ़ाने पर फैसला लिया जाएगा. दरअसल, यात्रियों की संख्या को देखते हुए रेलवे धीरे-धीरे जनवरी 2021 तक सामान्य हालात में लौटना चाहता है.
लिहाजा अधिकतर रूट पर राजधानी से लेकर मेल या एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जाने की तैयारी हो रही है.
जोखिम में हैं IRCTC
इसके जरिए रेलवे जहां ट्रैवल डिमांड को पूरा करेगा तो वहीं, कमाई के नजरिए से भी पिछले 7 महीने में हुए ज़बरदस्त नुकसान की धीमें ही सही पर भरपाई करने की शुरुआत करेगा.
वहीं इन दिनों ट्रेनों की कम आवाजाही से रेलवे उपक्रम आईआरसीटीसी को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. ऐसे में जितना ज्यादा ट्रेनें चलेंगी, उतना ही फायदा IRCTC को भी होगा.
20 से 30 अक्टूबर तक चलेंगी फेस्टिवल ट्रेनें
फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें 20 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच चलाई जाएंगी.
इसकी मिनिमम स्पीड 55 किमी/घंटे रहेगी. जानकारी के मुताबिक फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन में अधिकतर थर्ड एसी कोच लगे होंगे, जिनका किराया मौजूदा स्पेशल ट्रेन के किराए के बराबर ही होगा.