इस्लामाबाद. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 10 लाख स्वयंसेवकों से लैस कोरोना रिलीफ टाइगर फोर्स (सीआरटीएफ) को खाद्य पदार्थो की कीमतों पर नजर रखने का काम सौंपा है। उन्होंने कहा कि वह इस सप्ताह इस्लामाबाद में एक सम्मेलन में भविष्य के मैकेनिज्म (तंत्र) पर चर्चा करेंगे।
प्रधानमंत्री ने रविवार को एक ट्वीट में कहा, आगामी शनिवार को मैं कन्वेंशन सेंटर में हमारे टाइगर फोर्स के साथ बैठक करूंगा। अब से मैं चाहता हूं कि हमारे टाइगर फोर्स अपने इलाकों में नियमित रूप से दाल, आटा, चीनी, घी की कीमतों की जांच करें और टाइगर फोर्स पोर्टल पर पोस्ट करें। शनिवार की बैठक में चर्चा करेंगे।
खान का यह ट्वीट देश में खाद्य कीमतों को कम करने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करने का संकल्प लेने के एक दिन बाद आया है।
इमरान ने ट्वीट में कहा, आने वाले सप्ताह में सोमवार से हमारी सरकार खाद्य कीमतों को नीचे लाने के लिए सभी संसाधनों का उपयोग करेगी।
उन्होंने कहा, हम पहले से ही मूल्यवृद्धि के कारणों की जांच कर रहे हैं, चाहे वास्तविक आपूर्ति की कमी हो या माफियाओं द्वारा स्मगलिंग हो या कोई और कारण हो या अंतर्राष्ट्रीय कीमतों के कारण पाम ऑयल, मसूर दाल आदि की कीमत बढ़ना हो।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले सप्ताह से हमारे पास अपनी रणनीति होगी और खाद्य कीमतों को नीचे लाने के लिए सभी संगठनों और संसाधनों का उपयोग किया जाना शुरू हो जाएगा।
सीआरटीएफ में कोविड-19 महामारी के फैलाव को कम करने के उद्देश्य से मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा बड़ी संख्या में डॉक्टरों, इंजीनियरों, वकीलों और सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों को शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा इसके सदस्यों को संबोधित किए जाने के बाद मई में तीन प्रांतों- पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में यह औपचारिक रूप से चालू हुआ था।