बिहार विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण का मतदान पूरा हो चुका है. अपनी पार्टी को जिताने के लिए नेता एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं.
इस दौरान नेता अजीब बयानबाजी भी कर रहे हैं. ताजा मामला दरभंगा का है, जहां पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अपने संबोधन में युवाओं से नौकरी नहीं करने की अपील की है.
उन्होंने कहा कि मैंने 13 साल नौकरी की है. यह पुरानी बात है कि नौकरी की तरफ किसी भी सूरत में नहीं जाना चाहिए. जो लोग नौकरी देने का लालच देते हैं.
वह गलत करते हैं. वह युवाओं को बरगला रहे हैं. हम आप लोगों को वास्तविक रास्ते पर ले जाना चाहते है. उन्होंने कहा कि लोगों को अपना छोटा छोटा काम करना चाहिए. उद्योग चलाना चाहिए.
‘तेजस्वी ने कौन सी समाजसेवा की है’
तेजस्वी पर निशाना साधते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि यह प्रजातंत्र है, राजतंत्र नहीं कि मुख्यमंत्री का बेटा मुख्यमंत्री ही होगा, वे अभी से ही जीभ लपलपा रहे हैं कि हम मुख्यमंत्री बन ही गए. उन्होंने पूछा कि तेजस्वी ने कौन सी समाज सेवा की है. वे कौन से स्वतंत्रता सेनानी हैं.
अगर वे आम लोगों की समस्या को लेकर 5 साल के लिए जेल गए होते तो समझ में आता.
उन्होंने तेजस्वी पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये अनुभवहीनता की भावना से ग्रसित हैं. सिर्फ समाज के एक तबके को लेकर चलते हैं.