जयपुर: विश्व हिंदू परिषद राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को लेकर गांव-गांव तक जाने वाली है. विहिप अगले साल जनवरी-फरवरी में देश के चार लाख गांवों में राम उत्सव मनाएगी. राम उत्सव से 11 करोड़ परिवारों को जोड़ा जाएगा.
जयपुर एक दिवसीय प्रवास पर आए विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने जी मीडिया से बातचीत में यह बात कही.
आलोक कुमार ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) का राम जन्मभूमि आंदोलन अयोध्या में एक बड़ा मंदिर बनाने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह राम उत्सव का मामला है. इस समय देश के सामने सामाजिक समरसता एक बड़ी समस्या के रूप में सामने है.
कोई भी एक घटना आती है, जिसमें दलित समाज के एक भी व्यक्ति को प्रताड़ित किया जाता है तो देश उद्वेलित हो उठता है. हाथरस, बलरामपुर की घटना हुई तो सबको चिंता हुई.
राम राज्य में भी राम केवट निषाद राज के पास गए थे. निषाद राज ने कहा कि मैं बहुत छोटी जाति का हूं, तब राम ने कहा था मेरे लिए जाते का महत्व नहीं है प्रेम और भक्ति का महत्व है.
देश में इस समरसता को मजबूत करने के लिए ऊंच-नीच, भेदभाव की दीवारों को तोड़कर एक समाज बने, इसके लिए हिंदू परिषद काम कर रही है.
आलोक कुमार ने कहा कि विहिप राम मंदिर निर्माण को लेकर काम कर रही है. जनवरी-फरवरी में डेढ़ महीने करीब चार लाख गांवों में राम उत्सव करेंगे. करीब 11 करोड़ हिंदू परिवारों तक जाएंगे और उनसे राममंदिर में योगदान मांगा जाएगा.