बीते मई महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “आत्मनिर्भर भारत” और “वोकल फॉर लोकल” मुहिम की शुरुआत की थी. इसका असर अलग-अलग सेक्टर पर दिख रहा है.
इस अपील ने खादी और ग्रामोद्योग क्षेत्रों में एक नई जान डाल दी है. वहीं, आयात में भी आ रही गिरावट का भी फायदा मिला है.
बीते 40 दिनों में, नई दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित खादी इंडिया के प्रमुख आउटलेट पर खादी की एक-दिन की बिक्री का आंकड़ा चार बार 1 करोड़ रुपये की सीमा पार कर गया है.
आंकड़े के मुताबिक, 13 नवंबर को इस बिक्री केन्द्र से कुल बिक्री एक करोड़.11.40 लाख रुपये की हुई, जो इस साल किसी एक दिन में सबसे बड़ी बिक्री का आंकड़ा है.
जब से लॉकडाउन के बाद व्यावसायिक गतिविधियां फिर से शुरू हुईं, खादी की बिक्री का आंकड़ा इस साल गांधी जयंती (दो अक्टूबर) को 1.02 करोड़ रुपये और 24 अक्टूबर को 1.05 करोड़ रुपये और सात नवंबर को 1.06 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
अक्टूबर में आयात भी 11.53 प्रतिशत घटकर 33.6 अरब डॉलर रह गया. वहीं वित्त वर्ष के पहले सात माह में आयात 36.28 प्रतिशत घटकर 182.29 अरब डॉलर पर आ गया.
अक्टूबर में कच्चे तेल का आयात 38.52 प्रतिशत घटकर 5.98 अरब डॉलर रह गया. अप्रैल-अक्टूबर के दौरान कच्चे तेल का आयात 49.5 प्रतिशत घटकर 37.84 अरब डॉलर रहा है.
लगातार छह माह तक गिरावट के बाद सितंबर में देश का निर्यात 5.99 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 27.58 अरब डॉलर रहा था. इसी तरह सोने के आयात में भी कमी आई है.