हरियाणा के स्वास्थ्य और गृहमंत्री अनिल विज जिन्हें कोरोना के खिलाफ कोवैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल में पहली डोज दी गई वह कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. अब भारत बायोटेक ने इस पर बयान जारी किया है.
कंपनी ने कहा कि कोवैक्सिन क्लिनिकल ट्रायल दो खुराक पर आधारित है, जो 28वें दिन दी जानी है. वैक्सीन कितनी प्रभावित है ये दोनों खुराक के 14 दिन होने पर निर्धारित होगा. Covaxin को दो डोज लेने के लिए ही डिज़ाइन किया गया है इसके बाद ही ये प्रभावकारी होगी.
कंपनी ने कहा कि चरण 3 के ट्रायल डबल-ब्लाइंड और रैंडमाइज्ड होते हैं, जहां 50% ट्रायल में भाग लेने वाले लोग टीका प्राप्त करते हैं और 50% विषय प्लेसीबो प्राप्त करते हैं. COVAXIN 28 दिन के अंतर पर दो बार लेने के बाद ही प्रभावकारी होगी. जब दो बार वैक्सीन ले ली जाएगी तो इसके 14 दिन बाद ही ये असर दिखाएगी.
कंपनी ने आगे कहा कि कोवैक्सीन को फेज 3 में 26,000 लोगों पर परीक्षण करने के साथ ये एक पूरी तरह से विकसित COVID-19 वैक्सीन है. इसका लक्ष्य है कि पूरे भारत में ये असरदार रहे. भारत बायोटेक एक वैक्सीन डेवलपर और निर्माता है.
कंपनी ने कहा कि टीकों की सुरक्षा और इसका प्रभावकारी होना हमारा प्राथमिक उद्देश्य है. भारत बायोटेक ने अपने 20 साल के इतिहास में 18 देशों में 80 से अधिक क्लिनिकल ट्रायल किए हैं.
सभी क्लिनिकल ट्रायल के लिए एक ही रिपोर्टिंग प्रक्रिया का पालन किया जाता है. भारत बायोटेक ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी, यूनाइटेड किंगडम में मानव चुनौती अध्ययन करने वाली कुछ कंपनियों में से एक है.
बता दें कि हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री और गृह मंत्री अनिल विज आज कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. साथ ही उन्होंने लोगों को सलाह दी है कि जो लोग भी उनके संपर्क में आए हैं, वह अपना कोरोना टेस्ट करवा लें. नवंबर के आखिरी पड़ाव में ही उन्होंने बतौर वॉलेंटियर कोवैक्सीन का टीका लगवाया था.