आशाराम बापू के भक्तों द्वारा देश भर में 25 दिसम्बर को मनाया ये दिवस

एक तरफ पूरे देश मे जहाँ सालों से 25 दिसम्बर को क्रिसमस डे मनाने की परंपरा चली आ रही थी जिसमें एक प्लास्टिक के पेड़ की महत्ता बताया जाता रहा है जिसका कहीं भी दूर दूर न किसी शास्त्र में वर्णन नही है।

ऐसे परंपरा से बचने व समाज को दिशा हीन बचाने के लिए सर्वप्रथम श्री आशाराम जी बापू ने क्रिसमस डे मनाने के बजाय तुलसी पूजन दिवस मनाने के लिए प्रेरित किया। जिसके बाद आशाराम बापू के आश्रमों व उनके अनुयायियों द्वारा तुलसी व तुलसी की पूजन की महत्ता बताकर लोगो को जागरूक करने हेतु अभियान चलाया गया। जिसके फलस्वरूप वर्तमान समय मे पूरे देश मे 25 दिसम्बर को तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनायें जाने लगा है। गत 25 दिसम्बर को देश भर में अनेकों सामाजिक व धार्मिक संगठनों के द्वारा तुलसी पूजन दिवस भव्य रूप से मनाया गया।

आखिर तुलसी पूजन की महत्ता क्या है और क्यों तुलसी पूजन करनी चाहिए

शास्त्रों में तुलसी को पूजनीय, पवित्र और देवी माना जाता है, जिस घर मे तुलसी रहती है उस घर में सभी देवताओं की विशेष कृपा बनी रहती है। घर में सकारात्मक और सुखद वातावरण रहता है, धन की कोई कमी नहीं होती है और परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य लाभ मिलता है।

माना जाता है कि शाम को तुलसी के पास दीपक जलाने वालों के घर में महालक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है साथ ही

ऐसा भी माना जाता है कि तुलसी का पौधा होने से परिवार के सदस्यों की आंखों की रोशनी प्रभावित नहीं होती है। साथ ही, सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय नहीं होती है। सकारात्मक ऊर्जा को बल मिलता है।

तुलसी का धार्मिक महत्व तो है, साथ ही आयुर्वेद में इसे संजीवनीबूटी के समान माना जाता है। तुलसी में कई ऐसे गुण होते हैं जो कई बीमारियों को दूर करने और उनकी रोकथाम करने में सहायक हैं। तुलसी का पौधा घर में रहने से उसकी सुगंध वातावरण को पवित्र बनाती है और हवा में मौजूद बीमारी फैलाने वाले कई सूक्ष्म कीटाणुओं को नष्ट कर देती है।

रोज तुलसी की एक पत्ती सेवन करने से मिलते हैं ये फायदे-

तुलसी की सुंगध हमें श्वास संबंधी कई रोगों से बचाती है। साथ ही, तुलसी की एक पत्ती रोज सेवन करने से हम सामान्य बुखार से बचे रहते हैं। मौसम परिवर्तन के समय होने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से बचाव हो सकता है।

तुलसी की पत्ती सेवन करने से हमारे शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता काफी बढ़ जाती है, लेकिन हमें नियमित रूप से तुलसी की पत्ती का सेवन करते रहना चाहिए।