भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने सिडनी की पिच को बल्लेबाजी के मुफीद बताते हुए कहा कि इससे स्पिनरों को जो टर्न मिल रहा है, उससे उनकी टीम को तीसरे टेस्ट में आगे काफी उम्मीद लगी हुई है. ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन स्टंप तक दो विकेट गंवाकर 166 रन बना लिये थे, जबकि स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन अच्छी लय में लग रहे थे. सिराज ने मैच से पहले कैमरे में कैद हुए उस भावुक क्षण के बारे में भी बताया, जब वह अपने आंसू नहीं रोक पाए थे.
इससे पहले पदार्पण कर रहे सलामी बल्लेबाज विल पुकोवस्की ने 62 रनों की पारी खेली और बारिश से चार घंटे का खेल प्रभावित होने के बाद ऑस्ट्रेलिया को अच्छी शुरुआत कराई. पिछले टेस्ट में पदार्पण करने वाले सिराज ने कहा, ‘यह बहुत ही सपाट विकेट है. हमारी योजना ज्यादा कुछ आजमाने के बदले दबाव बनाने की थी, क्योंकि यह बल्लेबाजों के लिए बहुत ही आसान विकेट है. पिछले मैचों की तुलना में यहां बाउंसर भी प्रभावी नहीं हो रहे.’
26 साल के सिराज ने कहा, ‘पिच की प्रकृति (बल्लेबाजी के लिए आसान) को देखकर बल्लेबाज बाहर आकर खेले, लेकिन दिन के अंत में गेंद तेजी से टर्न ले रही थी तो वे क्रीज पर ही रहे.’ उन्होंने कहा, ‘देखते हैं अगले दिन क्या होता है.’
जब मैच शुरू होने से पहले राष्ट्रगान बजा तो सिराज की आंखें डबडबा गईंं जो अपने पिता के बारे में सोच रहे थे, जिनका नवंबर में निधन हो गया था. इस तेज गेंदबाज ने भारत के लिए खेलने के सपने को पूरा करने के लिए तब ऑस्ट्रेलिया में ही रुकने का फैसला किया था.
गुरुवार को कैमरे में कैद हुए इस भावुक क्षण के बारे में पूछने पर सिराज ने कहा, ‘उस समय पिता की याद आ गई. मैं बहुत भावुक था. वह मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए देखना चाहते थे.’ उन्होंने कहा, ‘काश वह मुझे भारत के लिए खेलते हुए देख पाते.’
सिराज को साथी तेज गेंदबाज नवदीप सैनी से भी बात करते हुए देखा गया, जो यहां डेब्यू कर रहे हैं और उन्होंने क्रीज पर डटे हुए पुकोवस्की का विकेट भी चटकाया. सिराज ने कहा, ‘सैनी और मैंने साथ मिलकर भारत-ए के लिए काफी मैच खेले हैं, इसलिए हम एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते हैं. मैं उसे सिर्फ इतना बता रहा था कि वही करे, जो हम घरेलू क्रिकेट और भारत-ए के लिए खेलते हुए करते थे.’
ऋषभ पंत के दो बार पुकोवस्की का कैच छोड़े जाने के बारे में पूछने पर कि क्या इससे गेंदबाजों का मनोबल प्रभावित होता है, तो सिराज ने कहा, ‘यह खेल का हिस्सा है और जब ऐसा होता है तो बतौर गेंदबाज आप इससे निराश होते हो. लेकिन इसके बारे में हम कुछ नहीं कर सकते. इसलिए अगले ओवर पर ध्यान लगाना ज्यादा महत्वपूर्ण होता है.’