एलडीए सचिव पवन कुमार गंगवार ने एफ आई आर करने के दिए निर्देश |
एलडीए में लगभग 25000 फाइलें गायब है | इन गायब फाइलों के आवंटियों के पास पेपर तो है लेकिन प्राधिकरण से इनकी फाइलें गायब हैं | इन फाइलों की जिम्मेदारी जिन बाबूओ पर होती थी और जिन्होंने फाइलें गायब की है उनकी तलाश कर उन पर एफ आई आर दर्ज कराई जाएगी | एलडीए सचिव पवन कुमार गंगवार ने इसके निर्देश दिए हैं |
सोमवार को प्राधिकरण में हुई समीक्षा मे एलडीए सचिव पवन कुमार गंगवार को पता चला कि बसंत कुंज योजना की दो दर्जन से ज्यादा फाइलें गायब है | बसंत कुंज योजना केवल 15 साल पुरानी है और इस योजना में भी आवंटियों की फाइलें गायब है | एलडीए सचिव ने बसंत कुंज योजना के साथ-साथ और दूसरी योजनाओं में भी गायब फाइलों के लिए जिम्मेदार कर्मचारियों को चिन्हित करने और इस कृत्य के लिए जिम्मेदार सभी कर्मचारियों पर एफ आई आर दर्ज कराने का निर्देश दिया है | बता दें कि पिछले दिनों जब 25000 फाइलों के गायब होने की सूचना आई थी तो प्राधिकरण में हड़कंप मच गया था जिसके बाद लगातार इस प्रकरण की समीक्षा की जा रही थी | सोमवार को हुयी समीक्षा बैठक में ज़ब बसंत कुंज योजना की फाइलों के गायब होने की समीक्षा हुई तो एलडीए सचिव ने यह निर्देश दिए |
डुप्लीकेट फाइलो के खोलने पर लगाई रोक |
एलडीए सचिव पवन कुमार गंगवार ने इन फाइलों की डुप्लीकेट फाइल खोलने पर रोक लगा दी है | दरअसल डुप्लीकेट फाइलें खोलने पर इनमें जम कर में गड़बड़ी मिलती है | प्राधिकरण के बाबू पहले फाइलों को गायब करते हैं फिर इन डुप्लीकेट फाइलों में दूसरे का नाम बदलकर रजिस्ट्री करा देते हैं | प्राधिकरण के बाबूओ के इस खेल को समझते हुए लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव पवन कुमार गंगवार ने डुप्लीकेट फाइलों को भी खोलने पर रोक लगा दी है | दरअसल डुप्लीकेट फाइल बाबूओ का विशेष हथियार होता है | आवंटन की फाइलें जब गायब कर दी जाती है और आवंटी भटकता रहता है | ऐसे में जब अधिकारी उस फाइल को तलब करते हैं तो फाइलों के गायब होने की बात कह कर प्राधिकरण के बाबू उस फाइल की डुप्लीकेट फाइल अधिकारियों को दिखाते हैं जिसमें पहले से ही फर्जीवाड़ा हो चुका होता है और संपत्ति का आवंटन और रजिस्ट्री किसी दूसरे के नाम पर चढ़ी होती है |