लखनऊ। खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से मौजूदा वित्तीय वर्ष में सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को रोजगार से जोड़ने में बड़ी सफलता मिली है। सरकार की प्राथमिकता वाली मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना के तहत 376 इकाइयों को 1437.10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई गई, जिससे छः हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है।
पं. दीन दयाल उपाध्याय खादी विपणन विकास सहायता कार्यक्रम के तहत 22727 कत्तिन या बुनकरों को 121.85 लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध गई, वहीं 130 संस्थाओं को भी 358.37 लाख रुपये का भुगतान किया गया है। यह जानकारी अपर मुख्य सचिव, खादी एवं ग्रामोद्योग डा. नवनीत सहगल ने दी।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त बोर्ड द्वारा संचालित प्रशिक्षण योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्र के 6819 नवयुवक तथा नवयुवतियों को विभिन्न उद्योगों में प्रशिक्षण प्रदान कराते हुए स्वरोजगार उपलब्ध कराया गया है।
इसके साथ ही खादी एवं ग्रामोद्योग विकास सतत रोजगार प्रोत्साहन नीति के अन्तर्गत नवयुवक/नवयुवतियों को उनके ही गांव-घर में रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाये गये है। ग्रामीण क्षेत्रों में 366 सोलर चर्खा तथा 126 दोना पत्तल मशीन वितरित कर 1110 व्यक्तियों को रोजगार से जोड़ा गया है।