नई दिल्ली: देश में लगातार बढ़ते सायबर धोखाधड़ी के मामलों के बाद अब अधिकतर बैंक सेविंग अकाउंट खोलने के बाद सिर्फ डेबिट कार्ड देते हैं. उसका पिन नंबर आपके पते पर अब नहीं भेजते. बैंक अकाउंट खोलते वक्त आपने जो मोबाइल नंबर दिया है, उसकी मदद से आप अपने डेबिट कार्ड का पिन उस बैंक के एटीएम से आप खुद जेनरेट कर सकते हैं.
बैंक के डेबिट कार्ड पिन को डाक या कूरियर से भेजने पर किसी और व्यक्ति के हाथ लग जाने की आशंका रहती थी, इस वजह से बैंक अब ग्राहकों को ग्रीन पिन की सुविधा दे रहे हैं. इसमें आप एटीएम की मदद से अपने डेबिट कार्ड का पिन खुद जेनरेट कर सकते हैं.
ग्रीन पिन क्या है?
ग्रीन पिन एटीएम की मदद से खुद जेनरेट होने वाले पिन को कहते हैं. पहले डाक या कूरियर से आने वाले प्रिंटेड पिन नंबर में पेपर का इस्तेमाल किया जाता था. अब इसकी जरूरत नहीं रह गई है. कागज का इस्तेमाल कम करने की बैंकों की पहल की वजह से इस पिन को ग्रीन पिन का नाम दिया गया है.
कैसे जेनरेट करें पिन?
तकरीबन सभी बैंक में एटीएम की मदद से पिन जेनरेट करने का तरीका एक जैसा ही है. हम आपको इसका तरीका बता रहे हैं. सबसे पहले एटीएम में डेबिट कार्ड डालें. इसके बाद आपको पिन जेनेरेशन का विकल्प मिलेगा. अगर पहली स्क्रीन पर आपको पिन चेंज, पिन जेनरेशन का विकल्प नहीं मिल रहा है तो आप मोर ऑप्शन विकल्प पर क्लिक करें. यहां आपको पिन चेंज/पिन जेनरेट करने का विकल्प मिलेगा.
पिन बनाने की प्रक्रिया
यहां आपको पिन चेंज/पिन जेनरेट करने का विकल्प मिलेगा. इस पर क्लिक करने के बाद आपको बैंक अकाउंट और मोबाइल नंबर डालने के लिए कहा जाएगा. इसे कंफर्म करने के बाद बैंक अकाउंट में रजिस्टर्ड आपके मोबाइल नंबर पर एक वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) आएगा. इस ओटीपी को डालने के बाद एटीएम मशीन आपको पिन बनाने का विकल्प देगी.
इसके बाद आप बैंक अकाउंट के हिसाब से चार या छह अंक का पिन नंबर बना सकते हैं. एटीएम आपसे दोबारा पिन नंबर डालने के लिए कहेगी. दोबारा इसे डालने के बाद कंफर्म करने पर आपको स्क्रीन पर एक मैसेज दिखेगा, जिसमें लिखा होगा कि आपका पिन सफलतापूर्वक बदल/जेनरेट हो गया है.