- मेंसर्स एलईए एंड एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड को अयोध्या को संवारने की जिम्मेदारी
- मेसर्स एलएंडटी इन्फ्राट्रक्चर इंजीनियरिंग लिमिटेड एवं मेसर्स सीपी कुकरेजा एंड एसोसिएट कंसोर्टियम पार्टनर के रूप में चयनित
- नगर विकास प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में बनी आवास आयुक्त की कमेटी ने किया चयन
लखनऊ। योगी सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक अयोध्या को विश्व-स्तरीय पर्यटन नगरी के साथ ही वर्ल्ड क्लास सिटी के रूप में विकसित करने की मुहिम अब परवान चढ़ने लगी है। इसके लिए सरकार ने अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कंपनी का चयन कर उसे अयोध्या के विकास का खाका खींचने की जिम्मेदारी सौंप दी है। गौरतलब है कि इस कार्य के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण के ने विगत दिसम्बर माह में रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल प्रकाशित कराया गया था इसके माध्यम से भव्य अयोध्या के विकास के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट इंप्लीमेंटेशन स्ट्रेटजी तथा इंटीग्रेटेड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्लान तैयार करने के लिए ग्लोबल कंसलटेंट का चयन किया जाना था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अयोध्या विकास प्राधिकरण को उपरोक्त कार्य के लिए कुल 7 बिडर्स कंसलटेंट ने प्रपोजल दिया था। जिसमे भारत एवं विश्व के अनेक प्रसिद्ध सलाहकार कंपनियों ने भाग लिया। इस पूरी प्रक्रिया में से बिडर्स व कंसोर्टियम जिनमें मैसर्स टाटा कंसलटिंग इंजिनियर्स, मैसर्स एलईए एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स आईपीई ग्लोबल लिमिटेड, मैसर्स मेंनहार्ट, मैसर्स एजिस और मैसर्स आरईपीएल, आगे की प्रक्रिया के लिए प्री-क्वालीफाई हुए। मंगलवार को उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद्, लखनऊ सभागार में सभी योग्य पाए गए बिडर्स, कंसोर्टियम या उनके प्रतिनिधियों एवं बिड-इवैल्यूएशन कमेंटी की उपस्थिति में फाइनेंसियल बिड खोली गई।
इसमें क्वालिटी एंड कॉस्ट बेस्ड सेलेक्शन के आधार पर न्यूनतम दर एवं तकनीकी परीक्षणों के अंको का एक संयुक्त अंक निकाला गया। जिसके आधार पर मैसर्स एलईए एंड एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड को चुना गया। वहीं इनके साथ मेसर्स एलएंडटी इन्फ्राट्रक्चर इंजीनियरिंग लिमिटेड और मेसर्स सीपी कुकरेजा एंड एसोसिएट कंसोर्टियम पार्टनर के रूप में शामिल किए गए हैं।
कंपनियों पर इन कार्यों की जिम्मेदारी
यह टीम के लिए विभिन्न कार्यो जिनमें नगर नियोजन, परिवहन, यातायात, इंफ्रास्ट्रक्चर, वित्तीय, अर्थशास्त्र, हेरिटेज, टूरिज्म, अर्बन डिजाईन, नवीकरणी संसाधन, इत्यादि के लिए एक्सपर्ट्स प्रस्तावित थे। कंपनियां विभिन्न कार्य करेंगी जिनमें अयोध्या का सर्वे के माध्यम से विस्तरित अध्ययन, डिमांड एवं गैप का मूल्यांकन, सभी हितधारकों का आइडेंटिफिकेशन, उनसे अयोध्या के विकास के लिए व्यापक विचार-विमर्श एवं कंसल्टेशन, अयोध्या की विज़न प्लानिंग,स्पेशल प्लानिंग, समान राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय केस स्टडी का अध्ययन, इंटीग्रेटेड इंफ्रास्ट्रक्चर प्लान एवं नीति, शहर के धार्मिक-पर्यटन क्षमता एवं राम मंदिर की महत्वता को ध्यान में रखते हुए शहर का सर्वांगिण विकास, आवास विकास परिषद् की 1200 एकड़ की प्रस्तावित ग्रीन-फील्ड टाउनशिप का लेआउट प्लानिंग, डीपीआर, लागत अनुमान, एवं क्रियान्वयन नीति, बिज़नेस प्लान, स्पेटीओ–इकनोमिक डेवलपमेंट नीति का निर्धारण, उपरोक्त विषयों के अध्ययन के पश्चात, सलाहकार के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में परियोजनाओं का चयन, उनकी प्लानिंग एवं क्रियान्वयन की नीति निर्धारित की जाएगी।
बॉक्स: इस तरह हुआ कंपनियों का चयन
इस पूरी चयन प्रक्रिया का आधार क्वालिटी एंड कॉस्ट बेस्ड सेलेक्शन रहा। प्री-क्वालीफाईड बिडर्स के तकनीकी बिड्स के परीक्षण एवं प्रस्तुतिकरण में शासन द्वारा प्रमुख सचिव आवास, दीपक कुमार की अध्यक्षता में गठित बिड-इवैल्यूएशन कमेंटी जिसमे अजय चौहान आयुक्त आवास विकास परिषद तथा अन्य विभागों के प्रतिनिधि भी शामिल रहे। मानकों के अनुसार बिडर्स को अंक दिए गए। इसमें 70 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 3 बिडर्स या कंसोर्टियम जिनमें टाटा कंसलटिंग मैसर्स एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड मैसर्स आईपीई ग्लोबल की फाइनेंसियल बिड के लिए उपयुक्त पाया गया।
चयनित कंपनियों को है पुराना अनुभव
इन कंसोर्टियम पार्टनर ने पूर्व में सफलतापूर्वक कई महत्त्वाकांक्षी राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय परियोजनाओं को पूर्ण किया है, जैसे की धार्मिक शहरों का नगर नियोजन, स्मार्ट सिटी एरिया प्लानिंग, रिवर एरिया डेवलपमेंट, हेरिटेज, टूरिज्म और अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर नियोजन, आदि।