बुध ग्रह का संबंध बुद्धि से होने के साथ स्किन से भी है. स्किन यानि त्वचा से जुड़ी जब दिक्कतें होना आरंभ हो जाएं तो समझ जाना चाहिए कि कहीं न कहीं बुध ग्रह अशुभ फल प्रदान कर रहे हैं. इसके साथ ही जब जन्म कुंडली में बुध कमजोर स्थिति और बुध ग्रह पर किसी अशुभ ग्रह की दृष्टि हो तो भी त्वचा संबंधी रोग होने की संभावना बनी रहती है. बुध जब कमजोर होता है तो उम्र ढ़लने लगती है. यही नहीं व्यक्ति की सुदंरता और छवि में भी कमी आने लगती है.
बुध ग्रह एलर्जी की समस्या देते हैं
बुध की स्थिति खराब हो तो एलर्जी की भी समस्या होती है. इसके साथ ही नाक और गले की भी परेशानी होती है. बुध का संबंध यादाश्त से भी है. बुध कमजोर हों तो व्यक्ति को भूलने की समस्या रहती है. व्यक्ति बहुत जल्दी भूलने लगता है. पाप ग्रहों की दृष्टि हो तो व्यक्ति को बोलने में परेशानी होती है. ऐसे लोगों की बात को सामने वाला आसानी से समझ नहीं पाता है.
बुध ग्रह जब शुभ हो तो दिखाई देते हैं ये लक्षण
बुध जब शुभ होते हैं तो व्यक्ति गणना करने में निपुण होता है. ऐसे व्यक्ति तार्किक भी होते हैं. बड़ी संख्याओं को भी आसानी से याद कर लेते हैं. बुध प्रभावित व्यक्ति ऊर्जा से भरा रहता है. स्वयं की वाणी और सुंदरता को लेकर सतर्क रहता है. ये हाजिर जवाब भी होते हैं. वाणी से लोगों को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं.
बुध ग्रह को मजबूत बनाएं
बुध ग्रह को शुभ और मजबूत बनाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण और भगवान राम की पूजा करनी चाहिए. इसके साथ ही प्रत्येक बुधवार को भगवान गणेश जी को दूर्वा घास चढ़ाने से भी लाभ मिलता है. बुधवार के दिन गाय को हरा चरा खिलाने से भी बुध की अशुभता कम होती है.