अहमदाबाद। दहेज, समाज का वह कड़वा सच, जिसने जलते दीपक को बुझा एक पल में बुझा दिया। हम 21वीं सदी में आ गए। लेकिन, दहेज आज भी लड़कियों को मौत के मुंह में धकेल रहा है। हम धोती कुर्ता से कोट-पैंट पर तो आ गये, लेकिन लड़कियों के प्रति सोच नही बदल पाए। यही वजह है कि आज लड़कियां मानसिक तनाव के कारण आत्महत्या करने को मजबूर हो गयी है।
मौत से पहले आखिरी बार…
हाल में एक ऐसी घटना गुजरात के अहमदाबाद में एक परिवार मुस्लिम में हुई। इस घटना की शिकार बनी आयशा बानो मकरानी। मौत से पहले का आयशा का एक विडियो काफी वायरल भी हो रहा है। जिसमें वह अपनी सारी बात हँसते हँसते कह रही है और आखिर में उनकी आँखे नम हो जाती है।
पति घर ले जाने को राजी नहीं
रिपोर्ट के मुताबिक, आयशा की शादी आरिफ से जुलाई 2018 में हुई थी। जिसके बाद से ही आरिफ के परिवार वालो ने आयशा को परेशान करना शुरु कर दिया। वह दहेज की मांग करने लगे। आयशा उसी साल दिसंबर में अपने घर वापस आ गयी। लेकिन उसके पति ने उसे घर ले जाने से मना कर दिया।
फोन पर बताया, जान देने जा रही
गुरुवार को आयशा घर से नौकरी के लिए निकली थी। साबरमती रिवर फ्रंट पर पहुँच कर उसने अपने घरवालों से फोन पर बात की थी। उन्हें बताया कि वह अपनी जान देने जा रही है।
आरिफ के खिलाफ मामला दर्ज
आयशा को उसके माता-पिता ने समझाया। और उसे सबकुछ भूलने को कहा। लेकिन आयशा ने अपनी बात कह कर फोन काट दिया। जिसके बाद साबरमती नदी में कूद कर अपनी जान दे दी। पिता के अनुसार, उन्होंने आयशा के पति को बताया था कि वह जान देने जा रही है। उसने कहा ठीक है। अभी आयशा के पति आरिफ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गयी है।