बूथ अध्यक्ष सहित आठ कार्यकर्ताओं का छलका दर्द
आजमगढ़। आगामी वर्ष 2022 में यूपी में चुनाव नजदीक आते ही भारतीय जनता पार्टी में भी कार्यकर्ताओं का आवागमन शुरू हो गया है। जनपद आजमगढ़ में सात बूथ अध्यक्ष सहित आठ लोगों ने जिला पार्टी कार्यालय पर आज अपना इस्तीफा सौंप दिया। उनका आरोप है कि उन्हीं की सरकार में पुलिस के द्वारा उनकी नहीं सुनी जा रही है। उल्टे मुकदमा भी दर्ज किया जा रहा है। ऐसे में इस पार्टी में रहने से बेहतर है कि, बिना पार्टी के हम लोग रहे।
सभासद पर फर्जी आरोप
बता दें कि आजमगढ़ जिले के सिधारी थाना क्षेत्र के रहने वाले सभासद पुरुषोत्तम सिंह का पड़ोस के ही एक व्यक्ति से जमीन का विवाद चल रहा है। आरोप है कि उक्त व्यक्ति जमीन को कम दाम में खरीदने के लिए दबाव बनाने के उद्देश्य से स्थानीय पुलिस व पुलिस अधीक्षक को अपनी तरफ करके सभासद के विरुद्ध एक फर्जी मुकदमा लगवा दिया, जबकि पुरुषोत्तम सिंह के पैर में एक्सीडेंट होने के कारण रॉड पड़ा है। वह खुद ढंग से चलने फिरने में असमर्थ हैं और उस पर दीवार फांद कर घर में घुसने का आरोप लगाया गया।
जिसके पास पैसा, उसी की सुन रही पुलिस
उन्होंने कहा कि अधिकारियों पर सरकार का नियंत्रण न होने से भाजपा में भी ऐसा कृत्य पैसे के बदौलत होने लगा है, जिससे हम सभी बहुत ही क्षुब्ध एवं मर्माहत हैं और अपनी सरकार में ईमानदार व्यक्ति को इंसाफ नहीं दिला पा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस सही बात सुनने को भी तैयार नहीं है। ऐसा महसूस हो रहा है कि जिसके पास पैसा है, वह इस सरकार में कुछ भी ऐसा कृत्य कर सकता है। इससे क्षुब्ध होकर पार्टी के कुल 8 लोगों ने जिला अध्यक्ष को नामित एक इस्तीफा सौंप दिया है। इस्तीफा सौंपने वाले में बूथ अध्यक्ष महंत कुमार सिंह, अंकित सिंह, मजहर खान, पप्पू गौड़ पूर्व सभासद, रविंद्र श्रीवास्तव बूथ अध्यक्ष, पुरुषोत्तम सिंह सभासद, दिग्विजय सिंह सेक्टर संयोजक, हरेंद्र भारती बूथ अध्यक्ष हैं।