रास्ते में यूपी एसटीएफ की रहेगी पैनी नज़र, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
नई दिल्ली। यूपी का कुख्यात माफिया और गुंडा मुख़्तार अंसारी को लेने के लिए आज सुबह यूपी पुलिस 2 सीओ और 100 पुलिसकर्मीयों के साथ रोपड़ जेल पहुंची थी। विदित हो कि तमाम सुरक्षाबलों के साथ यूपी पुलिस की टीम बांदा जेल के लिए निकल चुकी है। रोपड़ जेल प्रशासन ने मेडिकल परीक्षण के बाद मुख़्तार अंसारी की कस्टडी यूपी पुलिस को सौंप दी थी। पांच डॉक्टरों की टीम ने मुख्तार का मेडिकल परीक्षण किया। जिसके बाद उसे जेल के बाहर खड़ी एंबूलेंस में बिठाया गया।
रास्ते में तैनात है यूपी एसटीएफ
इस मामले में पंजाब सरकार से लेकर यूपी सरकार तक नजर बनाए हुए है। पल-पल के अपडेट लिए जा रहे हैं। उसे पंजाब से हरियाणा के रास्ते उस गुंडे को यूपी लाया जाएगा। हरियाणा से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के रास्ते यूपी में मुख़्तार अंसारी को लाया जाएगा। इस बीच यूपी सरकार ने मुख्तार अंसारी को लाने के रूट पर यूपी एसटीएफ की भी तैनाती कर दी है। एसटीएफ को मुख्तार के काफिले की निगरानी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। एसटीएफ की एक टीम इस समय नई दिल्ली में डेरा भी डाल दिया है।
यमुना एक्सप्रेस-वे के रास्ते बांदा का सफर
तकरीबन 900 किलोमीटर के सफर में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से बागपत होते हुए उसे लाया जा रहा है। इसके बाद यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते इटावा और औरैया होते हुए उसे बांदा जेल लाया जाएगा। एक प्लाटून पीएसी, 10 गाड़ियों, वज्र वाहन और एंबुलेंस के काफिले के साथ यूपी पुलिस उसे बांदा ला रही है।
मुख्तार की पत्नी ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा
मुख्तार अंसारी की पत्नी अफ्शा अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। पंजाब के रोपड़ से यूपी लाते समय उन्होंने मुख्तार की जान को खतरा जताया है। मुख्तार की पत्नी ने याचिका में कहा है कि उन्हें इस बात का डर है कि कहीं फर्जी एनकाउंटर ना कर दिया जाए। मुख्तार की पत्नी ने अपनी याचिका में रोपड़ से बांदा लाते वक्त के पूरे सफर की वीडियोग्राफी की भी मांग की है।
8 बार लेने गई थी यूपीपी
साल 2019 में रंगदारी के एक मामले में पंजाब पुलिस मुख़्तार को बांदा जेल से लेकर गई थी। इसके बाद से दो साल में 8 बार यूपी पुलिस उसे लेने के लिए गई, लेकिन मुख़्तार को यूपी भेजने से स्थानीय पुलिस ने इनकार कर दिया। इसके बाद योगी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जहां से मुख़्तार को दो हफ्ते में यूपी भेजने का आदेश दिया गया है।