नई दिल्ली। पिछले साल फ्रांस की एक मैगजीन में पैगंबर मोहम्मद का एक कार्टून छपा था। पाकिस्तान में अभी तक बवाल मचा हुआ है। जिसके चलते देश की कट्टर इस्लामी पार्टी के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया। इस प्रदर्शन से छिड़ी खूनी जंग में सात लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों घायल हुए हैं। अब फ्रांस ने फैसला लिया है,पाकिस्तान में जिस तरह से हिंसा बढ़ रही है उसे देखते हुए उसने अपने नागरिकों और कंपनियों को जल्द से जल्द वहां से निकलने की सलाह दी है।
पाकिस्तान में गृहयुद्ध जैसे हालात पैदा
रॉयटर्स की खबर के मुताबिक ” फ्रांस ने अपने नागरिकों और कंपनियों को कहा है कि उन्हें कुछ समय के लिए पाकिस्तान से निकल जाना चाहिए क्योंकि वहां की स्थितियां पेरिस के हितों के लिए खतरा है।”कार्टून को लेकर इमरान सरकार को फ्रांस के राजदूत को वापस भेजे जाने को लेकर कट्टरपंथी इस्लामिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान ने डेडलाइन दी थी। मगर प्रदर्शन से पहले ही पार्टी के प्रमुख साद हुसैन रिज्वी की गिरफ्तारी ने पाकिस्तान में गृहयुद्ध जैसे हालात पैदा कर दिए। इन विरोध के चलते सात लोगों की मौत हो चुकी है और 300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
बवाल क्यों हुआ ?
दरअसल, तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान समर्थकों ने पैगंबर मोहम्मद का कार्टून प्रकाशित करने के लिये फ्रांस के राजदूत को निष्कासित करने के वास्ते इमरान खान सरकार को 20 अप्रैल तक का समय दिया था, किंतु उससे पहले ही पुलिस ने सोमवार को पार्टी के प्रमुख साद हुसैन रिज्वी को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद टीएलपी ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।