नई दिल्ली। बीते साल जून में एलएसी पर भारत और चीन का विवाद शुरू हुआ था, जो आज भी चल रहा है। चीन हमेशा की तरह फिर से अपनी ही बात से मुकर जाने वाला रवैया दिखा रहा है। दरअसल ड्रैगन ने पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग के संघर्ष वाले क्षेत्रों में सैनिकों के पीछे हटाने से इनकार कर दिया है। इतना ही नहीं चीन ने अपने तेवर दिखाते हुए यह तक कह दिया है कि ‘भारत को जो कुछ हासिल हुआ है, उसे उससे खुश होना चाहिए’।
चीन इन इलाकों से पीछे नही हटना चाहता
दोनों देशों के बीच पिछले हफ्ते 11वें दौर की सैन्य वार्ता हुई थी जो 13 घंटे तक चली थी। इस वार्ता में चीन ने साफ कर दिया था कि वो इन इलाकों से पीछे नही हटेगा। एक उच्च सूत्र ने बताया है कि, “चीन ने पहले हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा के पैट्रोलिंग पॉइंट 15 और पैट्रोलिंग पॉइंट-17ए से सेना पीछे हटाने पर सहमति जताई थी। लेकिन बाद में उसने इससे इनकार कर दिया।”
चीन कर रहा है आनाकानी
इससे साफ जाहिर होता है कि चीन चाहता है कि भारतीय सेना अब एलएसी के पास पट्रोलिंग पॉइंट 15 और 17ए पर उसकी नई स्थिति को स्वीकार करे और वह इन इलाकों में अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति पर जाने में भी आनाकानी कर रहा है।
रणनीतिक तौर पर दोनों देशों के अहम है ये क्षेत्र
दरअसल रणनीतिक तौर पर ये इलाके भारत और चीन, दोनों के लिए बेहद अहम है। चीनी सेना गोगरा, हॉट स्प्रिंग और कोंगका ला क्षेत्र से इलाके में तैनात अपने सैनिकों के लिए भारी मात्रा में रसद पहुंचा पाती है। दसवें दौर की सैन्य वार्ता 20 फरवरी को हुई थी। दोनों देशों की सेनाएं पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से अपने-अपने सैनिक और हथियारों को पीछे हटाने पर राजी हुईं थीं। हालांकि, अब चीन फिर इसमें आनाकानी कर रहा है।