कोरोना से जंग : दिल्ली में आइसोलेशन कोच तैनात
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए भारतीय रेलवे ने एक बार फिर कमर कस ली है। पिछली बार की तरह इस बार भी दिल्ली सरकार के आग्रह पर फिर से आइसोलेशन कोच की तैयारी शुरू कर दी है।
शकूर बस्ती में 50 कोच तैनात
रेलवे ने शकूर बस्ती रेलवे स्टेशन पर 50 आइसोलेशन कोच तैनात किये हैं और आज 25 कोच आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर भी तैनात कर दिए जाएंगे।
दिल्ली सरकार ने की 55 हज़ार बिस्तर की मांग
वर्तमान में, रेलवे के पास अपने 16 जोन में 4,002 आइसोलेशन कोच उपलब्ध हैं, जिन्हें राज्य सरकारों के अनुरोध पर उपलब्ध कराया जा रहा है। ऐसे में दिल्ली सरकार ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा को पत्र लिखकर राजधानी में बढ़ते कोरोना मामलों के मद्देनजर आनंद विहार तथा शकूर बस्ती में लॉजिस्टिकल सपोर्ट, मेडिकल स्टाफ व ऑक्सीजन सुविधाओं सहित पांच हजार बिस्तर की मांग की है। बता दें कि उत्तर रेलवे ने पिछले साल भी दिल्ली सरकार की मांग पर कोविड केयर सेंटर के रूप में 8,048 बिस्तरों के बराबर 503 आइसोलेशन कोच उपलब्ध कराये थे।
महाराष्ट्र में लगाए गए आइसोलेशन कोच
दिल्ली सरकार से पहले महाराष्ट्र सरकार भी रेलवे से 100 आइसोलेशन कोच की मांग कर चुकी है। महाराष्ट्र के नंदुरबार स्टेशन पर पश्चिम रेलवे 21 आइसोलेशन कोच मुहैया करा चुका है। इनमें रविवार को छह मरीजों को भर्ती कर दिया गया है।
आइसोलेशन कोच में यह है व्यवस्था
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने कहा कि, कोरोना रोगियों के लिए तैयार इन आइसोलेशन कोचों को आठ कैबिनों में बांटकर कुल 16 बिस्तर की व्यवस्था की गई है। हर कोच में दो भारतीय शैली के और एक पाश्चात्य शैली सहित तीन शौचालय हैं। इसके अलावा एक स्नानागार भी है, जिसमें हाथ का फुहारा, बाल्टी, मग और बैठने की व्यवस्था है।
डिब्बों में मच्छरदानी, बायो-टॉयलेट, पावर सॉकेट और ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि हमारे नेटवर्क में 463 कोच हैं। शकूर बस्ती में पचास बेड लगाए गए हैं और 25 को सोमवार तक आनंद विहार में रखा जाएगा। हमने ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदे हैं और इस तरह के दो सिलेंडर प्रत्येक कोच में रखे जाएंगे। गंगल ने कहा, “अगर ज्यादा जरूरत है, तो राज्य सरकार को इसकी व्यवस्था करनी होगी।”
रेलवे के आइसोलेशन कोच में गर्मियों के मद्देनजर तापमान को नियंत्रित रखने के लिए आनंद विहार और शकूरबस्ती दोनों ही रेलवे स्टेशनों पर आइसोलेशन कोचों को छायादार स्थान पर खड़ा किया जाएगा।