राजधानी लखनऊ में छाया मातम
लखनऊ। कोरोना के बढ़ते प्रकोप से पूरा देश परेशान है। राजधानी लखनऊ पर कोरोना कहर बन कर टूटा है। कोविड अस्पताल अब मरीजों से फुल हो चुके हैं। इस बीच राजधानी में सोमवार सुबह 2,200 नये केस पाए गए हैं।
एक लाख से ज़्यादा एक्टिव मामले
एक ओर जहां कोरोना मरीज को अस्पताल में बेड नहीं मिल पा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बता दें कि, पिछले 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 30 हज़ार 596 नये मामले आये है। प्रदेश में 1 लाख 91 हज़ार 457 कोरोना के एक्टिव मामले में से 97 हज़ार 558 लोग होम आइसोलेशन में, निजी चिकित्सालयों में 3 हज़ार 520 लोग तथा शेष मरीज सरकारी चिकित्सालयों में इलाज भी करा रहे हैं। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 2 लाख 11 हज़ार 246 क्षेत्रों में 5 लाख 44 हज़ार 383 टीम दिवस के माध्यम से 3 करोड़ 26 लाख 14 हज़ार 346 घरों के 15 करोड़ 78 लाख 27 हज़ार 716 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है।
एक करोड़ से अधिक लोगों को डोज़
प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक आयु वालों का कोविड वैक्सीनेशन किया जा रहा है। लोगों से अपील की है कि 45 वर्ष से अधिक लोगों का कोविड वैक्सीनेशन कराने में सहयोग प्रदान करें। अब तक 91, 03, 334 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गयी तथा पहली डोज लेने वालों में से 16, 10, 320 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गयी हैं। इस प्रकार कुल 1, 07, 13, 654 वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है।
हर जिले में बढ़ेंगे 200 बेड
अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर पूरे प्रदेश के सभी जनपदों में कोविड बेडों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जा रही है। प्रत्येक जनपद को 200 कोविड बेड और बढ़ाने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि ऐसे लोग जिनकी कोविड-19 की रिपोर्ट आना बाकी है, लेकिन अन्य प्रकार की जांच में कोविड लक्षण मिलने पर उन व्यक्तियों का कोविड उपचार शुरू कर दिया जायेगा। इस सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है।