नई दिल्ली। सेवा कोई शब्द नहीं है, जो केवल कागज़ पर क़लम से लिख दिया जाए और पढ़ कर आत्मतृप्ति कर ली जाए। दरअसल, सेवा वह भाव है, जिसका बीज संस्कारों से रोपित होता है। वातावरण से पालित होता है और बढ़ते समय के साथ लोगों की मदद के रूप में पोषित होता है। सेवा का यही रूप एक संस्था का सेक्टर 30 में देखने को मिल रहा है।
तीन साल में अर्श पर बोला काम
हिन्द राइज़ फाउंडेशन, वह संस्था है, जो वर्ष 2018 में रोपित की गई और मात्र 3 वर्ष के अंदर संस्था ने न सिर्फ कई गरीबों के पेट भरे हैं, बल्कि बच्चों को शिक्षित भी किया है। ग़ौर करने वाली बात यह है कि हिन्द राइज़ फाउंडेशन में पुरुषों के साथ महिलाओं ने न सिर्फ़ कन्धा मिलाकर साथ दिया है, बल्कि अपने समाजहित के कार्यों से लोगों के दिलों में विशेष छवि भी बनाई है। दीपा और रूपा के द्वारा वर्तमान में किए जा रहे कार्य उनकी समाजसेवा के उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
मात्र 5 रुपये में भोजन
दीपा और रूपा ने बताया कि, ‘हम लोग प्रतिदिन सेक्टर 30 सरकारी हॉस्पिटल के बाहर 500 से 600 लोगों को भोजन मात्र ₹5 में उपलब्ध कराते हैं। झुग्गियों के बच्चों और महिलाओं को निशुल्क पाठशाला के माध्यम से शिक्षा देते हैं।
अग्निपीड़ितों की सहायता
उन्होंने आगे बताया कि बेहलोलपुरी झुग्गी में जो आग लगी थी, आज पांचवें दिन भी लगातार उन लोगों को कपड़े बिस्किट दूध और भोजन उपलब्ध करा रहे हैं।
यह हैं संस्थापक
मैं धन्यवाद करना चाहूंगी अपने एनजीओ के संस्थापक नरेंद्र कुमार का जोकि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं।