ग़रीबों को रोटी, कपड़ा और इलाज़ के लिए दिन-रात जुटी “हिन्द राइज़”
नोएडा। आजकल जब हम सुबह से लेकर शाम तक तमाम ऐसी ख़बरों से दो-चार हो रहे हैं, जिनमें मरती इंसानियत, दम तोड़ते रिश्ते और दर्द से लबरेज़ लोग होते हैं, उसी वक़्त हमारे बीच ऐसे भी लोग हैं, जो मज़हब नहीं देखते, अमीरी-ग़रीबी नहीं देखते, जात-पात नहीं पूछते क्योंकि उनका धर्म ही ‘इंसानियत’ है।
हुआ कुछ ऐसा…
यह बात अभी कुछ दिन पहले की है। अभी हाल ही में सेक्टर 49 में झुग्गियों में आग लग गई थी। तमाम लोग बेघर हो गए। एक तरफ कोरोना महामारी के चलते ग़रीबी कोढ़ बन चुकी थी, उस पर अग्निकांड ने खाज का काम कर दिया। दो वक़्त की रोटी का इंतज़ाम भी भारी पड़ गया था। ऐसे में इन बेसहारा मज़लूमों की मदद को चंद ‘इंसानों’ की एक संस्था “हिन्द राइज़” सामने आई और फिर शुरू हुई ‘इंसान की इंसान को इंसानियत के वास्ते मदद’।
भोजन, चिकित्सा और वस्त्र कराये मुहैय्या
लोगों के ज़ेहन में बैठा वो आग का मंज़र आज भी ज़िंदा है क्योंकि सैकड़ों लोगों का एक पल में ही सब कुछ बदल गया था। लबों की मुस्कुराहटें अश्क़ों के रास्ते बहने लगीं। अपनों की दर्द भरी पुकार भी चीख़ में तब्दील हो गई थी। आग की लपटों में सब तहस-नहस हो गया था। लोग इक़बाग यह सोचने लगें कि आख़िर अब क्या होगा? क्या खाएंगे? कैसे जियेंगे? बच्चों का पेट कैसे भरेंगे? इन सबके बीच ‘हिन्द राइज़’ संस्था की पूरी टीम ने लोगों को भोजन, चिकित्सा, वस्त्र आदि सामर्थ्यानुसार मुहैय्या कराए।
सरकारी अस्पताल के बाहर भी मदद
लोगों की मदद का कारवाँ केवल यहीं नहीं रुका है। सेक्टर 30 स्थित सरकारी अस्पताल के निकट भी ‘हिन्द राइज़’ संस्था द्वारा लोगों को भोजन आदि वितरित किया जा रहा है। इस संस्था ने बाक़ायदा यह ठान लिया है कि इस महामारी काल में किसी को न तो भूखा सोने देंगे और न ही किसी को इलाज़ के लिए परेशान होने देंगे। निःस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करने में जुटी “हिन्द राइज़” की चहुँओर प्रशंसा भी हो रही है।
जागरुक नागरिकों से सहयोग का आह्वान
ऐसे हालातों में, “हिन्द राइज़” संस्था भी देश के जागरुक नागरिकों से मानवता का उत्तम उदाहरण और सहयोग प्रस्तुत करने की अपील भी कर रही है। संस्था के सुरेंद्र कुमार और रूपा भट्टाचार्य ने विशेष तौर पर लोगों से आगे आकर समाज के ग़रीब तबके और आर्थिक रूप से कमज़ोर लोगों की मदद करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा है कि, मानवता धर्म का अनुपालन करना हमारे जीवन का उद्देश्य होना चाहिए।