नई दिल्ली। नेपाल में अगली सरकार बनाने के लिये विपक्षी दल बहुमत हासिल नही बना पाए। जिसके चलते नेपाल की संसद में के पी शर्मा ओली सबसे बड़े राजनीतिक दल के नेता के रूप में फिर से देश के प्रधानमंत्री नियुक्त किए जा। चुके है।
एक बार फिर प्रधानमंत्री बने
बता दें कि ओली विश्वास मत हार चुके थे लेकिन तीन दिन बाद राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने 69 वर्षीय सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष ओली को प्रधानमंत्री के रूप में फिर से नियुक्त किया।
ओली लेंगे पद और गोपनीयता की शपथ
राष्ट्रपति कार्यालय ने अपने बयान में कहा कि ‘राष्ट्रपति भंडारी ने नेपाल के संविधान के अनुच्छेद 78 (3) के अनुसार प्रतिनिधि सभा में सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के नेता के रूप में ओली को प्रधानमंत्री के रूप में फिर से नियुक्त किया। राष्ट्रपति भंडारी शुक्रवार को शीतल निवास में एक समारोह में ओली को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी।’
कांग्रेस और वाम को नही मिला बहुमत
बता दें कि नेपाली कांग्रेस तथा नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी का विपक्षी गठबंधन अगली सरकार बनाने के लिये बहुमत हासिल नही कर पाया जिसके बाद ओली को एक बार फिर प्रधानमंत्री बना दिया गया।