नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश महिला आयोग की एक सदस्य ने राज्य में बलात्कार की घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर कुछ ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणियां दे दी जिससे कि बवाल खड़ा हो गया। उनका यह कथित वीडियो सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है। उन्होंने कहा कि “बेटियों को मोबाइल फोन नहीं दिया जाना चाहिए” और “ऐसी स्थितियों में वह उनकी मां की लापरवाही के कारण ही फंसती हैं”
‘बेटियों को नहीं दिया जाना चाहिए मोबाइल फोन’
दरअसल , आयोग की सदस्य मीना कुमारी बुधवार को जिले में महिलाओं के लिए विशेष टीकाकरण बूथ का जायजा लेने अलीगढ़ पहुंची थीं। राज्य में बलात्कार के मामलों की उच्च संख्या के बारे में जब उनसे सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा, “मैं लोगों से अपील करना चाहूंगी कि वे बेटियों को मोबाइल फोन न दें, और यदि वे ऐसा करते हैं, तो उन्हें उन पर नजर रखनी चाहिए। सबसे पहले मैं माताओं से कहना चाहूंगा कि वे अपनी बेटियों की देखभाल करें। माताओं की लापरवाही के कारण ही बेटियाँ ऐसी स्थितियों में फंसती हैं। ”
आयोग अध्यक्ष ने वीडियो को संपादित बताया
आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि न तो वह खुद और न ही आयोग इस कथित वीडियो में की गई टिप्पणियों से सहमत है। उनका कहना है कि यह वीडियो संपादित है और इस में हेरफेर किया गया है। वह इसकी जांच कराएंगी और अगर जरूरत पड़ी तो कार्रवाई भी की जाएगी।