3 साल से लंबित नियुक्ति पर मांगा जवाब
लखनऊ। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) ने होम्योपैथिक फार्मासिस्ट (भेषजिक) सामान्य चयन भर्ती-2019 की लिखित परीक्षा का परिणाम आ चुका है। अभिलेख परीक्षण के लिए 420 अभ्यर्थी चयनित किए गए हैं। आयोग की यह पहली भर्ती है, जिसमें आर्थिक रूप से कमजोर अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। लेकिन, अब तक चयनित लोगों की नियुक्ति नहीं की गई है। नियुक्ति न होने के कारण लगभग 400 अभ्यर्थियों ने लखनऊ में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का घेराव कर जमकर प्रदर्शन किया।
अभ्यर्थियों का कहना है कि उनकी भर्ती आयोग ने जानबूझकर 2019 से लटका रखी है। भर्ती का विज्ञापन 25 फवरी 2019 को जारी किया गया था। उसके बाद अभ्यर्थियों के भारी दबाव के चलते 24 अक्टूबर 2019 को परीक्षा आयोजित करके परिणाम 17 दिसम्बर 2020 को जारी कर दिया गया। भर्ती में चयनित सभी 420 अभ्यर्थियों का अभिलेख सत्यापन आयोग ने 16 -20 मार्च को सम्पन्न करा लिए।
आयोग की कार्यप्रणाली लचर
अभ्यर्थियों का आरोप है कि अभिलेख सत्यापन के 3 माह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी आयोग ने चयनितों की अतिंम चयन सूची अभी तक विभाग को नहीं भेजी है। आयोग की लचर कार्यप्रणाली के चलते होम्योपैथिक विभाग की स्वास्थ्य सुविधाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।
50 फीसद पद रिक्त
वर्तमान समय में विभाग में कुल सृजित पदों के सापेक्ष 50 फीसदी पद रिक्त पड़ें हैं। चूंकि फार्मासिस्ट स्वास्थ्य सेवा का एक अभिन्न अंग है. बिना फार्मासिस्ट के बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
चयनित अभ्यर्थी पीछे हटने को तैयार नहीं
कोरोना महामारी के दौरान भी होमियोपैथी ने अपनी कारगर उपयोगिता के चलते आमजनमानस की सेवा की है, किन्तु अब होमियोपैथी विभाग ही कर्मचारियों की भारी कमीं के चलते बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने में असमर्थ है। इस संबंध में होम्योपैथिक फार्मासिस्ट सेवा संघ ने भी कई बार आयोग को पत्र लिखकर शीघ्र नियुक्ति की मांग की है, किन्तु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है. उधर चयनित अभ्यर्थियों का भी कहना है, जब तक नियुक्ति नहीं मिल जाती वो पीछे हटने वाले नहीं है.
परिसर में जमावड़ा लगा
सोमवार की सुबह से ही अभ्यर्थियों का पिकअप भवन स्थित अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के परिसर में जमावड़ा लगा रहा, जिसमें मुख्य रूप से रणजीत “राष्ट्रवादी”, दुष्यन्त सिंह, नवीन मिश्रा, विवेक पाल,सुभम पटेल, अभिषेक मिश्रा, कपिल पटेल,संतोष पटेल, नीरज पाठक, हर्षित पाल, अर्पित शर्मा,धीरज शुक्ला, रविप्रकाश दुबे,आदि लगभग 400 अभ्यर्थी मौजूद रहे।
नियुक्ति का इंतजार
अभ्यर्थियों ने बताया कि इससे पहले भी एक एक चरण के लिए उनको काफी परेशान होना पड़ा है, किन्तु अब सब कुछ हो जाने के बाद भी नियुक्ति का इंतजार करना पड़ रहा है।