28 जुलाई को काली पट्टी लगाकर करेंगे विरोध
अंशुल त्यागी
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में बीते कुछ दिनों से दिल्ली सरकार के कई मेडिकल कॉलेज से असंतुष्टती जाहिर करते हुए एक साथ विरोध प्रदर्शन करने कोे मजबूर हो गए। दरअसल शुक्रवार को ऑल इंडियन मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलॉजिस्ट फेडरेशन और नेश्नल पब्लिक हेल्थ अलायंस के आह्वान पर दो दिनों के ऑनलाइन विरोध प्रदर्शन की शुरुआत हुई। जिसमें करीब 38 हॉस्पिटल, 2 मेडिकल कॉलेज और 11 जोन की डिस्पेंसरीज ने संगठित होकर सत्ता की गद्दी में संग्रहित सरकार से अपनी जायज़ मांगों को लेकर आवाज़ उठाई।
पिछले 5 वर्षों से किया जा रहा नज़रअंदाज़
अपनी मांग रखते हुए दिल्ली सरकार से आईएमएलटीएफ के महासचिव उदित शुक्ला जी ने बताया कि गत 5 वर्षो से उन्हें उनके हक लैब कैडर रिव्यू से वंचित रखा हुआ है। जबकि सातवे वेतन आयोग कि सिराफरिश को भी दिल्ली सरकार ने अभी तक लागू नहीं किया।
28 जुलाई को काली पट्टी लगाकर करेंगे प्रदर्शन
सरकार से अपनी जायज़ मांगों को लेकर संज्ञान लेने के लिए गूहार लगा रहे किशोर राणा विजयकुमार भरतवीर (पंत अस्पताल) अश्वनी, नितिन राणा (अंबेडकर अस्पताल)राकेश (लोक नायक अस्पताल) सुरेंद्र वत्स , ब्रिजेश (गुरु तेग बहादुर अस्पताल) ने कहा है कि अगर सरकार इसके बाद भी संज्ञान लेने की तरफ नहीं मुड़ेगी तो हम 28 जुलाई को पट्टी लगाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। जिसका मतलब यह है कि निरंतर जोर पकड़ रहे इस आंदोलन में अंकुश लगाने के लिए सरकार को इन जायज़ मांगों का समाधान ढूंढना ही होगा।